Last Updated: Thursday, August 23, 2012, 15:31

नई दिल्ली: सरकार ने आज उच्चतम न्यायालय में एक रिपोर्ट दायर कर कहा कि वह यह पता लगाने में विफल रही है कि कारपोरेट जगत के लिए लॉबिंग करने वाली नीरा राडिया और टाटा समूह के अध्यक्ष रतन टाटा सहित अन्य लोगों के बीच वार्ता से संबंधित टेप किसने लीक किए ।
बंद लिफाफे में दायर रिपोर्ट को देखने के बाद न्यायमूर्ति जीएस सिंघवी और न्यायमूर्ति एसजे मुखोपाध्याय की पीठ ने कहा कि अति संक्षेप में रिपोर्ट कहती है कि यह पता लगाना कठिन है कि किस स्रोत से टेप लीक हुए ।
पीठ ने आगे कहा, ‘‘टेप लीक करने वाले स्रोत का पता लगाने में वे विफल रहे हैं ।’’ बातचीत के टेप लीक होने की जांच के सिलसिले में सरकार ने रतन टाटा की याचिका पर सुनवाई के दौरान अपनी दूसरी रिपोर्ट दायर की ।
टाटा ने मामले की जांच की मांग करते हुए कहा था कि उनकी बातचीत के टेप लीक होने की घटना निजता के उनके मौलिक अधिकार का उल्लंघन है । (एजेंसी)
First Published: Thursday, August 23, 2012, 15:31