Last Updated: Tuesday, November 27, 2012, 11:01

ज़ी न्यूज ब्यूरो
नई दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की संसदीय बोर्ड की बैठक मंगलवार को होगी, जिसमें राज्यसभा सांसद राम जेठमलानी को लेकर पार्टी की ओर से निष्कासन को लेकर अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
गौर हो कि जेठमलानी को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित किए जाने के बाद उन्हें कारण बताओं नोटिस भी जारी किया गया। बीजेपी संसदीय बोर्ड की आज की बैठक में जेठमलानी, शत्रुघ्न सिन्हा और यशवंत सिन्हा को लेकर आगे के कदम पर चर्चा की जाएगी। गौर हो कि इन तीनों नेताओं ने वित्तीय अनियमिततिओं के आरोपों से जूझ रहे भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी पर सवाल खड़े किए थे और उनके अध्यक्ष पद पर अपना समर्थन जारी रखने से इनकार किया था। जेठमलानी ने कहा था कि गडकरी को पार्टी का अध्यक्ष पद तुरंत छोड़ देना चाहिए।
जानकारी के अनुसार, जेठमलानी ने गडकरी को एक और चिट्ठी लिखी है और उनके अध्यक्ष पद पर बने रहने को लेकर सवाल खड़े किए हैं।
इससे पहले, भाजपा की ओर से जारी किए गए कारण बताओ नोटिस को पार्टी के निलंबित सांसद राम जेठमलानी ने लगभग खारिज करते हुए कहा कि वह वकालत के अपने पेशे में काफी व्यस्त हैं और ऐसे दस्तावेजों का जवाब देने की उनके पास फुर्सत नहीं है। जेठमलानी ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि मैंने तो कारण बताओ नोटिस के बारे में सिर्फ मीडिया से सुना है। मैंने उस महान दस्तावेज को पढ़ा नहीं है जो मेरे पास आने वाला है । जब मुझे नोटिस मिलेगा और मैं उसे पढूंगा, उसके बाद ही मैं आपको बता पाउंगा कि मैं क्या कर सकता हूं। एक वकील के तौर पर मैं काफी व्यस्त हूं और 10 दिनों के अंदर इस तरह के दस्तावेज का जवाब देने का वक्त मेरे पास नहीं है। वह इस सवाल का जवाब दे रहे थे कि क्या वह भाजपा संसदीय बोर्ड की ओर से उन्हें जारी कारण बताओ नोटिस का उत्तर देंगे।
नोटिस में उनसे इस बाबत जवाब तलब किया गया है कि उनकी अनुशासनहीनता और पार्टी-विरोधी गतिविधियों के लिए उन्हें क्यों न पार्टी से निकाल दिया जाए। भाजपा ने नोटिस का जवाब देने के लिए उन्हें 10 दिन का वक्त दिया है।
गौर हो कि भाजपा ने आज अपने निलंबित राज्यसभा सदस्य राम जेठमलानी को कारण बताओ नोटिस जारी किया और उनसे इस बाबत जवाब तलब किया कि पार्टी विरोधी गतिविधियों और अनुशासनहीनता के लिए उन्हें क्यों न पार्टी से निकाल दिया जाए। भाजपा महासचिव अनंत कुमार ने बैठक के बाद संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि संसदीय बोर्ड ने राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी के इस फैसले की पुष्टि कर दी कि अनुशासनहीनता और पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए राम जेठमलानी को तत्काल निलंबित कर दिया जाए। नोटिस जारी कर उनसे यह पूछा गया है कि उन्हें क्यों न छह साल के लिए पार्टी से बाहर निकाल दिया जाए।
First Published: Tuesday, November 27, 2012, 11:01