Last Updated: Friday, February 8, 2013, 10:34
ज़ी न्यूज ब्यूरोनई दिल्ली: बीजेपी के वरिष्ठ नेता जसवंत सिंह को ऐसा नहीं लगता है कि राम मंदिर उनकी पार्टी के लिए चुनावी मुद्दा है। जसवंत सिंह विश्व हिंदू परिषद के उस बयान से भी सहत नहीं है, जिसमें कहा गया है कि राम मंदिर राजनीतिक मसला है। जसवंत ने एक टीवी चैनल के साथ बातचीत में कहा कि यह मुद्दा दोनों समुदायों को या फिर कोर्ट को सुलझाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि मुझ नहीं लगता कि अयोध्या मसले को उठाने का यह सही वक्त है। जब हमारी संख्या संसद में पर्याप्त होगी तब इस मुद्दे (राम मंदिर) को उठाया जा सकता है। जसवंत ने कहा कि मुझे ऐसा लगता है कि बीजेपी को 2014 लोकसभा चुनाव के मद्देनजर राजनीतिक प्लेटफॉर्म के आधार पर चुनाव लड़ना चाहिए।
इस बीच गुरुवार को इलाहाबाद में चल रहे महाकुंभ मेले में आयोजित धर्म संसद में गुरुवार को संतों ने गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने की मांग उठाई।
संगम क्षेत्र के सेक्टर 10 में विश्व हिंदू परिषद (विहिप) की तरफ से आयोजित धर्म संसद में दो संतों ने मंच से नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद के लिए आगे करने की वकालत की। इतना नहीं, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने भी इशारों-इशारों में मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने की मांग का समर्थन किया।
First Published: Friday, February 8, 2013, 10:34