`राम मंदिर मुद्दा भाजपा का चुनावी हथकंडा`

`राम मंदिर मुद्दा भाजपा का चुनावी हथकंडा`

नई दिल्ली/लखनऊ : भाजपा महासचिव अमित शाह के अयोध्या में अस्थायी राम मंदिर की यात्रा और भाजपा के सत्ता में आने पर वहां भव्य राम मंदिर बनाने की घोषणा पर अन्य दलों की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया आई है। उन्होंने चुनावी फायदे के लिए मुख्य विपक्षी पार्टी पर इस मुद्दे को उठाने का आरोप लगाया है।

विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने संवाददाताओं से कहा, ‘उन्होंने एक बार नहीं बल्कि कई बार इस मुद्दे को उठाया है। जब वे सरकार में थे तो उन्होंने उस मुद्दे को क्यों नहीं उठाया। दूसरी बात, हमें उस बारे में नहीं बोलना चाहिए जिस बारे में हमें अधिकार नहीं है। मामला उच्चतम न्यायालय में है और जब उसकी ओर से कोई आदेश है तो क्या कोई उस दिशा में आगे बढ़ सकता है?’ उन्होंने कहा कि समय बदल गया है और लोग इतने भोले नहीं हैं कि वे इस तरह के मुद्दों में फंस जाएंगे।

उत्तर प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता जीशान हैदर ने लखनऊ में कहा कि यह चुनाव के पहले मतदाताओं के ध्रुवीकरण का प्रयास है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि राम मंदिर के संबंध में शाह का बयान उच्चतम न्यायालय की अवमानना है। जदयू अध्यक्ष शरद यादव ने कहा कि जब उनकी पार्टी राजग का हिस्सा थी तो वे बिल्कुल स्पष्ट थे कि अयोध्या मंदिर मुद्दे का समाधान अदालतों के फैसले या समुदायों के बीच बातचीत के जरिए किया जा सकता है। उन्होंने कहा, ‘इसके अतिरिक्त तीसरा कोई और रास्ता नहीं है।’

भाकपा के डी. राजा ने कहा कि भाजपा अपनी हिंदुत्व विचारधारा और राजनीति को पुनर्जीवित कर रही है। उन्होंने कहा, ‘यह अब सामने है कि आरएसएस भाजपा की नीतियां निर्धारित कर रही है। यह बिल्कुल स्पष्ट है। भाजपा अपनी हिंदुत्व की राजनीति को पुनर्जीवित करने को बाध्य है।’ सूचना एवं प्रसारण मंत्री मनीष तिवारी ने कहा कि यह विचित्र है कि चुनाव से ठीक एक साल पहले भाजपा भगवान राम को याद करना शुरू कर देती है और जब चुनाव समाप्त हो जाते हैं, तो वे भूल जाते हैं। तिवारी ने कहा, ‘भाजपा की प्रकृति रावण की तरह है। अगर वह खुद को इससे मुक्त कर देती है तो वह भगवान राम को देखने में सक्षम होगी।’

शाह के अयोध्या की यात्रा करने के बाद समाजवादी पार्टी ने चेतावनी दी है कि बाहरी लोग उत्तर प्रदेश में सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने का प्रयास कर रहे हैं। सपा की राज्य इकाई के प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा, ‘उन लोगों पर करीबी नजर रखने की तत्काल जरूरत है जो लोकसभा चुनाव से पहले राज्य में सांप्रदायिक भाईचारे को बिगाड़ने आए हैं।’ शाह पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, ‘जो लोग राज्य की संस्कृति और विरासत से वाकिफ नहीं हैं उन्होंने मतदाताओं की भावनाओं का दोहन करने का ठेका ले लिया है और सपा मानती है कि कांग्रेस भी परोक्ष तरीके से उन्हें समर्थन दे रही है।’ (एजेंसी)

First Published: Saturday, July 6, 2013, 22:13

comments powered by Disqus