रामदेव साथ आ गए तो शक्ति आ गई: अन्ना

रामदेव साथ आ गए तो शक्ति आ गई: अन्ना

रामदेव साथ आ गए तो शक्ति आ गई: अन्नानई दिल्ली : योगगुरू रामदेव की अरविंद केजरीवाल के भाषण पर की गई टिप्पणी और फिर केजरीवाल के मंच छोड़ चले जाने के बाद अनशन के आखिर में गांधीवादी कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने रामदेव के साथ किसी भी गलतफहमी या टीम अन्ना में मतभेदों के आरोपों से साफ इंकार किया।

उन्होंने कहा, मैं महाराष्ट्र के 36 जिलों के दौरे पर था। मैं दौरे को बीच में छोड़ यहां आया क्योंकि मैंने उनसे वादा किया था कि मैं उनका समर्थन करूंगा। हजारे ने कहा, अगर मैं नहीं आता तो लोग फिर से कहते कि रामदेव के साथ मतभेद है। भ्रष्टाचार के खिलाफ आखिरी सांस तक लड़ने का संकल्प करते हुए हजारे ने कहा, जब तक प्राण हैं लड़ता रहूंगा और अब बाबा आ गए हैं तो शक्ति आ गई है। हजारे ने अपने भाषण में ‘राइट टू रिजेक्ट’ का जबरदस्त समर्थन किया और कहा कि इसका इस्तेमाल कर आपराधिक मामलों का सामना करने वालों व्यक्तियों को संसद से दूर रखना चाहिए।

उन्होंने कहा, अरविंद (केजरीवाल) ने अभी कहा कि संसद में ऐसे लोग बैठे हैं जिनके खिलाफ मामले हैं, इसे रोकने के लिए हमें राइट टू रिजेक्ट का इस्तेमाल करना चाहिए।

अन्ना हजारे ने कहा कि जब मतदाता को लगे कि कोई भी उम्मीदवार सही नहीं है तो उसे राइट टू रिजेक्ट का इस्तेमाल करना चाहिए। उन्होंने कहा, अगर किसी क्षेत्र से आठ उम्मीदवार मैंदान में हैं और मतदाता को लगता है कि उनमें से कोई सही नहीं तो उसे आखिरी विकल्प राइट टू रिजेक्ट को चुनना चाहिए।

उन्होंने कहा, हमें इसके बारे में केवल बातें ही नहीं करनी है बल्कि इसे लागू कराना है। टीम अन्ना की सदस्य किरण बेदी ने ट्विटर पर कहा, अन्ना का कहना है कि आगे लंबा संघर्ष है। हमें राइट टू रिजेक्ट के लिए कोशिश करनी है। अगले चरण में बेहतर उम्मीदवार मिलेंगे। हजारे ने युवाओं से आगे आकर विकास और खासकर ग्रामीण विकास में सक्रिय भूमिका निभाने को कहा।

गांधी का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि शोषण पर आधारित विकास न ही अच्छा है और न ही उपयोगी है।
उन्होंने कहा, एक अरब की आबादी से अगर केवल छह लाख युवा आगे आ जाएं और एक एक गांव को गोद ले लें तो हमारा देश विकास करेगा।

भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी लड़ाई का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा, मैंने भ्रष्टाचार के खिलाफ 25 सालों तक लड़ाई लड़ी है। मेरे विरोध प्रदर्शन के बाद छह मंत्री और 400 नौकरशाह बर्खास्त किए गए। सूचना के अधिकार को भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ा हथियार बताते हुए उन्होंने कहा कि इससे जनता के हाथों में शक्ति आ गई और 2जी, आदर्श सोसाइटी जैसे घोटाले सामने आए। (एजेंसी)

First Published: Sunday, June 3, 2012, 20:19

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