Last Updated: Thursday, March 29, 2012, 10:14
चेन्नई: संप्रग के प्रमुख घटक दल द्रमुक ने केंद्र सरकार पर दबाव बनाते हुए गुरुवार को कहा कि रामसेतु मुद्दे पर इसकी ओर से किसी तरह का ढीला रुख अख्तियार करना सिर्फ तमिलनाडु को दी गयी उम्मीदों और उससे किए गए वादों से छलावा होगा । लोकसभा और राज्य सभा में द्रमुक से जुड़े सांसदों ने अपने संसदीय दल के नेता टी आर बालू की अगुवाई में संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की और राज्य के आर्थिक विकास के लिए जरूरी सेतुसमुद्रम जहाजरानी नहर परियोजना के सिलसिले में कानूनी प्रक्रिया तेज करने की जरूरत पर जोर दिया ।
द्रमुक ने यह कदम ऐसे समय उठाया है जब एक दिन पहले ही इसकी चिर- प्रतिद्वंदी तमिलनाडु की मुख्यमंत्री और अन्नाद्रमुक प्रमुख जयललिता ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को पत्र लिखकर कहा था कि वह बिना किसी विलंब के रामसेतु को राष्ट्रीय स्मारक घोषित करें ।
प्रधानमंत्री को दिए गए ज्ञापन में कहा गया ‘संप्रग के एक सदस्य के तौर पर इस ओर सरकार का ध्यान दिलाना हमारा परम कर्तव्य है कि इतने अहम मुद्दे पर सरकार की ओर से लचर रवैया दिखाना सिर्फ तमिलनाडु को दी गयी उम्मीदों और उससे किए गए वादों से छलावा होगा ।’ यह ज्ञापन प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री वी नारायणसामी को सौंपा गया ।
(एजेंसी)
First Published: Thursday, March 29, 2012, 15:46