राष्ट्रपति चुनाव के लिए संगमा ने भरा नामांकन

राष्ट्रपति चुनाव के लिए संगमा ने भरा नामांकन

राष्ट्रपति चुनाव के लिए संगमा ने भरा नामांकनज़ी न्यूज ब्यूरो/एजेंसी
नई दिल्ली : लोकसभा के पूर्व स्पीकर पीए संगमा ने विपक्षी उम्मीदवार के रूप में राष्ट्रपति पद के लिए आज अपना नामांकन भरा। भारतीय जनता पार्टी, आल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईडीएमके) और बीजू जनता दल (बीजद) समर्थित विपक्षी उम्मीदवार पी.ए. संगमा का मुकाबला यूपीए उम्मीदवार और पूर्व वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी से होगा।

यूपीए के प्रणब मुखर्जी के नामांकन पत्र भरने के कुछ ही घंटे बाद राष्ट्रपति पद के भाजपा समर्थित उम्मीदवार पीए संगमा ने भी आज अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। इस मौके पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी, वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, सुषमा स्वराज, अरुण जेटली, राजनाथ सिंह, रविशंकर प्रसाद, अनंत कुमार, जनता दल अध्यक्ष सुब्रमण्यम स्वामी, बीजू जनता दल के अध्यक्ष नवीन पटनायक, पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल मौजूद रहे। संगमा के नामांकन के समय छत्तीसगढ़ के कांग्रेस नेता अरविंद नेताम भी उपस्थित थे।

संगमा संसद भवन स्थित राज्यसभा महासचिव एवं राष्ट्रपति चुनाव के लिए निर्वाचन अधिकारी वीके अग्निहोत्री के कक्ष में अपना नामांकन पत्र भरने पहुंचे। संगमा ने अपनी पूर्व घोषणा के अनुसार अपराह्न ठीक 2.31 बजे अपना नामांकन भरा। संगमा के नामांकन का पहला सैट बीजद अध्यक्ष और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने निर्वाचन अधिकारी को सौंपा।

संगमा के समर्थन में उपस्थित मुख्यमंत्रियों में पटनायक के अलावा पंजाब के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पार्रिकर आदि उपस्थित थे। इनके अलावा जनता पार्टी के सुब्रमण्यम स्वामी और अन्नाद्रमुक के एम. थांबिदुरई भी उपस्थित थे।

लोकसभा के अध्यक्ष रह चुके संगमा आठ बार इस सदन के लिए चुने गए हैं। इसके अलावा वह मेघालय के मुख्यमंत्री भी रह चुके हैं। राष्ट्रपति पद के लिए ट्राइबल फोरम ऑफ इंडिया के उम्मीदवार संगमा ने नामांकन भरने से पहले दावा किया कि आदिवासी नेता पार्टी लाइन से हटकर एकजुटता के साथ उनके समर्थन में खड़े हैं। उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि दशकों से आदिवासियों का समर्थन प्राप्त करती आ रही पार्टी ने राष्ट्रपति पद के लिए उनकी उम्मीदवारी का समर्थन नहीं किया।

संगमा ने कहा, ‘अनेक राजनीतिक दलों ने हमारे (ट्राइबल फोरम ऑफ इंडिया के) अनुरोध पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है। लेकिन जिस सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी के साथ आदिवासी जुड़े हुए हैं, वह कांग्रेस है, जिसने आदिवासियों के मुद्दों का समर्थन नहीं किया। इस रवैये की प्रतिक्रिया उन्हें देखने को मिलेगी।’

संगमा ने दावा किया कि भारत के आदिवासी आज एक हैं और हम भविष्य में ऐसी आदिवासी एकता देखेंगे जो भारत में पहले कभी नहीं देखी गई। पूर्व लोकसभा अध्यक्ष ने सभी सांसदों और विधायकों से अनुरोध किया कि अपनी अंतरात्मा की आवाज पर वोट दें। उन्होंने अपने पक्ष में क्रॉस वोटिंग होने का दावा किया।

संगमा ने कहा, ‘मैं उन सभी नेताओं के प्रति आभारी हूं, जिन्होंने मुझे समर्थन जताया।’ उन्होंने पूर्वोत्तर की कई क्षेत्रीय पार्टियों के नाम गिनाये और उनके समर्थन का दावा किया। संगमा ने कहा, ‘मैंने अन्य राजनीतिक दलों के नेताओं से भी मुलाकात की है। मैंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री से भी मुलाकात की। मैं केवल इतना ही कहूंगा कि मुलाकात बहुत अच्छी रही।’

नामांकन पत्रों की जांच 2 जुलाई को होगी, जबकि नाम वापस लेने की आखिरी तारीख 4 जुलाई है। यदि जरूरत पड़ी तो मतदान 19 जुलाई को होगा एवं परिणाम 22 जुलाई को घोषित किया जाएगा।

First Published: Thursday, June 28, 2012, 15:25

comments powered by Disqus