Last Updated: Saturday, September 22, 2012, 23:50
ज़ी न्यूज़ ब्यूरो/एजेंसीनई दिल्ली : मंत्रिमंडल में फेरबदल की अटकलों के बीच प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह शनिवार शाम राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी से मिले और दोनों ने देश की राजनीतिक स्थिति पर चर्चा की। राष्ट्रपति भवन के प्रवक्ता वेणु राजमणि ने बताया कि यह भेंट करीब 45 मिनट तक चली। इस दौरान दोनों नेताओं ने मौजूदा राजनीतिक स्थिति पर चर्चा की।
लोकसभा में 19 सदस्यों वाली तृणमूल कांग्रेस के कांग्रेस की अगुवाई वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार से समर्थन वापसी का पत्र देने के एक दिन बाद यह भेंट हुई है। सरकार और कांग्रेस ने कहा है कि समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के बाहर से समर्थन देने से सत्तारुढ़ गठबंधन के पास 545 सदस्यीय लोकसभा में 300 से ज्यादा सांसद हैं जो सामान्य बहुमत 273 से ज्यादा है।
सिंह की मुखर्जी से भेंट खुदरा कारोबार में एफडीआई और डीजल के दाम में वृद्धि के पक्ष में प्रधानमंत्री की जोरदार वकालत के बीच भी हुई है। सरकार के इन फैसलों का उसके सहयोगी दलों, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की अगुवाई वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) और वामदलों ने विरोध किया है। इन फैसलों के औचित्य की व्याख्या करते हुए सिंह ने शुक्रवार को टीवी पर राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा था कि यदि ऐसा नहीं किया जाता तो वित्तीय घाटा बढ़ जाता, जिससे महंगाई बढ़ती तथा आम आदमी को और परेशानियां होतीं।
आज की यह भेंट तृणमूल कांग्रेस के मंत्रियों के हटने से मंत्रिमंडल में स्थान खाली होने के बाद मंत्रिमंडल में फेरबदल में अटकलों के बीच भी हुई है। दूसरी बात कुछ मंत्रियों के पास एक से अधिक मंत्रालयों का प्रभार है। आज एक आधिकारिक घोषणा की गई कि केंद्रीय मंत्री सीपी जोशी को रेल मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है जो पहले तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मुकुल रॉय के पास था। मंत्रिमंडल में महत्वपूर्ण फेरबदल से पहले इसे अस्थायी व्यवस्था के रूप में देखा जा रहा है। राष्ट्रपति का 26 सितंबर को जम्मू कश्मीर की तीन दिवसीय यात्रा पर जाने का कार्यक्रम है।
First Published: Saturday, September 22, 2012, 20:02