Last Updated: Thursday, May 3, 2012, 14:11
ज़ी न्यूज ब्यूरो नई दिल्ली : राष्ट्रपति चुनाव के लिए उम्मीदवारों के नाम पर राजनीतिक दलों के बीच मची गहमागहमी के बीच कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी ने गुरुवार को कहा कि इस पद के लिए अभी किसी का भी नाम तय नहीं किया गया है। सोनिया ने अभी कोई पत्ते नहीं खोले हैं, लेकिन इस चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ गई हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने संसद भवन में आज प्रधानमंत्री से इस मसले पर बातचीत की। इस दौरान मुखर्जी भी मौजूद थे। राष्ट्रपति पद के उम्मीदवारों को लेकर ‘भ्रम’ की स्थिति के बारे में पूछने पर सोनिया ने संवाददाताओं से कहा कि कोई भ्रम नहीं है। धीरज रखिये। अभी समय है। सोनिया ने तृणमूल प्रमुख एवं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से भी आज मुलाकात कर इस मुद्दे पर चर्चा की।
दिन में आज उस समय नाटकीय घटनाक्रम हुआ जब कांग्रेस प्रवक्ता रेणुका चौधरी ने सुझाव दे दिया कि मुखर्जी पार्टी और सरकार के लिए काफी ‘महत्वपूर्ण’ हैं और उन्हें राष्ट्रपति पद की दौड़ से बाहर रखना चाहिए। लेकिन पार्टी ने तुरंत स्थिति को स्पष्ट करते हुए कहा कि राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार कौन होगा इस बारे में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता।
कांग्रेस प्रवक्ता राशिद अल्वी ने पार्टी की नियमित ब्रीफिंग में कहा कि विचार विमर्श जारी है और विचार विमर्श की यह प्रक्रिया शुरूआती दौर में है। कौन होगा इस बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता। किसी नाम के बारे में कोई टिप्पणी नहीं कर सकता। इस टिप्पणी के बाद ममता ने कह दिया कि कांग्रेस ने ऐलान कर दिया है कि मुखर्जी उसके उम्मीदवार नहीं हैं। कांग्रेस ने हालांकि बाद में स्पष्ट किया कि अभी किसी नाम को अंतिम रूप नहीं दिया गया है। मुखर्जी को दौड़ से बाहर नहीं रखा जा सकता हालांकि वह पार्टी, सरकार और देश के लिए महत्वपूर्ण हैं। सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव से ममता ने इस मुद्दे पर मुलाकात की तो मुलायम ने कह दिया कि राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार राजनीतिक व्यक्ति होना चाहिए।
कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस के बीच चर्चा और अन्य कुछ दलों की तरह तृणमूल को हामिद अंसारी या प्रणब मुखर्जी की उम्मीदवारी से कोई दिक्कत नहीं होने के संकेतों के बीच राष्ट्रपति पद की दौड आज तेज हो गई। भाजपा मुखर्जी और अंसारी के नामों को पहले ही नकार चुकी है और उसने इनके मुकाबले में आने की सूरत में चुनाव लड़ने की बात कही है। वामदलों और राजग के घटक जदयू ने स्पष्ट किया है कि मुखर्जी या अंसारी का समर्थन करने में उन्हें कोई दिक्कत नहीं है लेकिन वे इस मुद्दे पर आम सहमति चाहते हैं।
(एजेंसी)
First Published: Friday, May 4, 2012, 10:16