Last Updated: Thursday, May 3, 2012, 08:13
ज़ी न्यूज ब्यूरो नई दिल्ली : राष्ट्रपति पद के लिए राजनीतिक पार्टियों के बीच शुरू हुए घमासान के बीच वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी की इस पद के लिए दावेदारी और मजबूत हो गई है। वामदल का रुख अब प्रणब को लेकर नरम पड़ा है। सीपीएम का कहना है कि प्रणब के नाम पर कोई आपत्ति नहीं है। सीपीएम नेता सीताराम येचुरी का कहना है कि प्रणब के नाम पर कोई ऐतराज नहीं है और राष्ट्रपति का चुनाव आम सहमति से हो तो बेहतर होगा। साथ ही यह भी कहा कि हामिद अंसारी के नाम पर भी पार्टी को कोई आपत्ति नहीं है।
उधर, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने कहा है कि किसी राजनैतिक पृष्ठभूमि के व्यक्ति को ही राष्ट्रपति होना चाहिए। इस बीच, सूत्रों के अनुसार तृणमूल कांग्रेस ने भी प्रणब मुखर्जी के नाम को लेकर सहमति के संकेत दिए हैं। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी ने भी कल कहा कि राष्ट्रपति का चुनाव आम सहमति से होना चाहिए।
उधर, केंद्रीय शहरी विकास मंत्री कमलनाथ ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की जबकि मुकुल राय ने भाजपा नेता अरुण जेटली से मुलाकात की। बैठक के बारे में कमलनाथ और ममता, दोनों पक्षों की तरफ से एक भी आधिकारिक शब्द नहीं जारी किया गया है लेकिन माना जा रहा है कि दोनों नेताओं के बीच आगामी राष्ट्रपति चुनाव को लेकर चर्चा हुई। बीते शाम दिल्ली पहुंचने वाली ममता पांच मई को केंद्र द्वारा बुलाई गई एनसीटीसी पर बैठक में हिस्सा लेंगी और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ ही प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ आज उनकी भेंट करने की संभावना है।
वहीं, गठबंधन के अपने सहयोगी से झिड़की खाने के बाद भाजपा ने राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के मुद्दे पर नुकसान को कमतर करने की कोशिश में जदयू के साथ पटरी बैठाने की कोशिश की। पार्टी अध्यक्ष नितिन गडकरी ने कहा कि राष्ट्रपति पद के संभावित उम्मीदवार पर संप्रग के कुछ घटक दलों का भी रूख जाना जाएगा। साथ ही यह भी कहा कि यदि राष्ट्रपति का चुनाव आम सहमति से होना चाहिए।
कांग्रेस ने कल कहा था कि राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के नाम पर आम सहमति बनाने के लिए भाजपा सहित सबसे बात की जाएगी। पार्टी प्रवक्ता रेणुका चौधरी ने यहां संवाददाताओं से कहा कि आम सहमति बने और साथ चल सकें, यह हमेशा अच्छा रहता है। हमें उम्मीद है कि सर्वसम्मति बनेगी। यह हमारी इच्छा है। अगर यह नहीं होता है तो अन्य विकल्प हैं। यह पूछे जाने पर कि आम सहमति बनाने के लिए क्या पार्टी भाजपा से बात करेगी, चौधरी ने कहा कि हमने कभी नहीं कहा कि हम उनसे (भाजपा से) बात नहीं करेंगे। हम निश्चित रूप से बात करेंगे। बिना बातचीत के कुछ भी नहीं होगा। हम सभी से बात करेंगे। हमारे दरवाजे सभी के लिए खुले है।
भाजपा नेता सुषमा स्वराज की उस टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर कि हामिद अंसारी का कद राष्ट्रपति पद के लायक नहीं है, कांग्रेस प्रवक्ता ने भाजपा के खिलाफ कोई टिप्पणी न करते हुए सिर्फ इतना कहा कि अगर कोई उपराष्ट्रपति के पद पर आसीन है तो उन्हें पहले से ही वह कद प्राप्त है।
(एजेंसी)
First Published: Thursday, May 3, 2012, 19:42