Last Updated: Wednesday, October 2, 2013, 13:15
ज़ी मीडिया ब्यूरोनई दिल्ली : कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने दागी सांसदों एवं विधायकों के बचाव के लिए पेश किए गए अध्यादेश पर चर्चा के लिए बुधवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से मुलाकात की।
सूत्रों के हवाले से प्राप्त जानकारी के अनुसार राहुल ने पीएम मनमोहन से कहा, `मेरा मकसद पीएम का अपमान करना नहीं था, मैंने उन्हें जनता की भावनाएं बतायी हैं, अंतिम निर्णय तो कैबिनेट को करना है। राहुल ने पीएम को बताया कि अध्यादेश पर राष्ट्रपति को भी एतराज है।`
राहुल ने प्रधानमंत्री को बताया कि अध्यादेश के प्रति उनकी आपत्तियों का कारण क्या है। यह बैठक सिंह के अमेरिका से लौटने के एक दिन बाद हुई है। सिंह ने कहा था कि वह इस बात का कारण जानने की कोशिश करेंगे कि राहुल ने सार्वजनिक बयान क्यों दिया और ‘ऐसा इस तरीके से क्यों किया गया।’
राहुल ने इस सप्ताह के शुरू में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा था कि यह अध्यादेश ‘बकवास’ है और इसे ‘फाड़कर फेंक देना चाहिए।’ कई लोगों ने इसे प्रधानमंत्री के लिए शर्मिंदगी की स्थिति के रूप में देखा और विपक्ष ने बड़े जोरदार तरीके से मांग की कि अमेरिका यात्रा पर गए सिंह को वापस लौटकर त्यागपत्र दे देना चाहिए । हालांकि सिंह ने दिल्ली लौटने पर अपने इस्तीफे से इनकार कर दिया ।
अध्यादेश इस समय राष्ट्रपति के पास है। ऐसा बताया जाता है कि राष्ट्रपति को इस अध्यादेश को लेकर आपत्तियां हैं। इस मामले पर चर्चा के लिए कांग्रेस कोर ग्रुप की बैठक हुई। इस कोर ग्रुप में पार्टी प्रमुख सोनिया गांधी, प्रधानमंत्री और शीर्ष मंत्री शामिल हैं।
First Published: Wednesday, October 2, 2013, 11:18