रिटेल में FDI को लेकर आर-पार, लोकसभा में वोटिंग आज

रिटेल में FDI को लेकर आर-पार, लोकसभा में वोटिंग आज

रिटेल में FDI को लेकर आर-पार, लोकसभा में वोटिंग आजज़ी न्‍यूज ब्‍यूरो/एजेंसी

नई दिल्ली : मल्टीब्रांड रिटेल सेक्‍टर में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के मुद्दे पर लोकसभा में बुधवार को वोटिंग होगी। यूपीए सरकार के लिए यह अग्निपरीक्षा की तरह है।

इस मसले पर मंगलवार को लोकसभा में हुई चर्चा के बाद आज होने वाले मत विभाजन में द्रमुक ने जहां सरकार के पक्ष में जाने का संकेत दिया, वहीं सपा और बसपा ने अभी भी अपने पत्ते नहीं खोले हैं। उधर, डीएमके का कहना है कि वह सरकार के खिलाफ वोट नहीं करेगी। मतदान से एक दिन पहले सरकार ने कहा कि चिंता की कोई बात नहीं है और बुधवार शाम तक सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा।

मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने अपने रुख पर कायम रहते खुदरा एफडीआई को विकास की सीढी नहीं बल्कि विनाश का गड्ढा करार दिया। उधर, सरकार ने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह सत्ता हासिल करने की राजनीति कर रही है। उन्होंने कहा, विपक्ष की ध्यान कुर्सी हासिल करने पर और हमारा जनता की भलाई पर है। मत विभाजन के प्रावधान वाले नियम के तहत चर्चा की शुरुआत करते हुए कल विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने कहा कि अमेरिका और यूरोपीय संघ सहित दुनिया के कई देशों में खुदरा एफडीआई के खिलाफ आंदोलन हो रहे हैं और वहां की सरकारों ने छोटे कारोबारियों के हितों की सुरक्षा के लिए कदम उठाए हैं, लेकिन संप्रग सरकार एकदम उलट फैसला करने पर आमादा है। साथ ही सवाल किया कि कहीं एफडीआई का फैसला भ्रष्टाचार की उपज तो नहीं है।

उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया का अनुभव है कि जहां-जहां पर भी मल्टी ब्रांड खुदरा क्षेत्र में एफडीआई आया, खुदरा बाजार समाप्त हो गया। अमेरिका में स्माल बिजनेस सैटरडे होता है और लोग हर हफ्ते शनिवार को छोटे दुकानदारों से खरीदारी करने जाते हैं। खुद राष्ट्रपति बराक ओबामा इस अभियान का नेतृत्व कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि एफडीआई पर बहस नई नहीं है। राजग सरकार के समय में कभी कांग्रेस ने खुद इसका विरोध किया था। उन्होंने सदन में मौजूद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से सवाल किया कि अब सोच क्यों बदल गई और क्या बात है। उनका कहना है कि अमेरिकी मीडिया की खबरों में आया कि वालमार्ट ने खुदरा बाजार में प्रवेश करने के लिए कुछ देशों में कथित रिश्वत दी है। उन्होंने सवाल किया, कहीं ये निर्णय भ्रष्टाचार में से तो नहीं निकला है?

उधर, लोकसभा में खुदरा में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के मुद्दे पर मतदान से एक दिन पहले सरकार ने कहा कि चिंता की कोई बात नहीं है और बुधवार शाम तक सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा।

लोकसभा के नेता एवं गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने संवाददाताओं से कहा कि हमें घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है। बुधवार को शाम छह बजे तक सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा और हमें परिणाम मिल जाएगा। शिंदे इस प्रश्न का उत्तर दे रहे थे कि संप्रग की रणनीति क्या होगी क्योंकि उसे बाहर से समर्थन देने वाली समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी को निचले सदन में होने वाले मतदान पर अभी अपना रुख स्पष्ट करना बाकी है।

First Published: Wednesday, December 5, 2012, 08:57

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