Last Updated: Friday, December 2, 2011, 05:45
ज़ी न्यूज ब्यूरो/एजेंसी नई दिल्ली: एफडीआई के मसले वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने शुक्रवार को कहा है कि देश के विकास के लिए रिटेल सेक्टर में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश जरुरी है। दिल्ली के एक कार्यक्रम के दौरान प्रणब मुखर्जी ने यह बात कही।
प्रणब मुखर्जी ने कहा कि संकीर्ण राजनीति की वजह से खुदरा क्षेत्र को प्रत्यक्ष विदेशी निवेश के लिए खोलने में बाधा आ रही है। उन्होंने कहा कि इस मसले पर मैं आम सहमति की उम्मीद कर रहा हूं और संसद में चल रहा गतिरोध खत्म होना चाहिए। उन्होंने इस मुद्दे पर संसद में चल रहे गतिरोध पर चिंता जताई।
वित्त मंत्री ने कहा, ‘आप अपने अधिकार का इस्तेमाल अपनी सीमा में कर सकते हैं। उन लोगों के रास्ते में बाधा न बनें, जो इसे लागू करना चाहते हैं।’’
एफडीआई के मसले पर संसद में जारी गतिरोध के मद्देनजर मुखर्जी का यह बयान महत्वपूर्ण है। सरकार के सहयोगी दलों तृणमूल कांग्रेस और द्रमुक ने भी बहु ब्रांड खुदरा क्षेत्र में विदेशी निवेश की अनुमति का विरोध किया है।
वित्त मंत्री ने इस बात पर क्षोभ जताया कि संकीर्ण राजनीतिक लाभ की वजह से इसे लागू करने में अड़चन आ रही है, जबकि इसे धीरे-धीरे और संवेदनशील तरीके से किया गया है।
क्या सरकार भारत-अमेरिका असैन्य परमाणु करार की तरह इस मुद्दे पर भी मतदान का जोखिम लेगी, इस पर मुखर्जी ने कहा, ‘‘हम विभिन्न राजनीतिक दलों के साथ विचार विमर्श कर रहे हैं। कई बार ऐसा लगता है कि कुछ नहीं हो
सकता। लेकिन यदि हम संसद में चर्चा के शब्दों पर किसी तरह की सहमति पर पहुंचने पर सफल रहते हैं, तो संभवत: यह मसला सुलझ सकता है।’’
हालांकि इसके साथ ही वित्त मंत्री ने जोड़ा, ‘मुझे पूरा विश्वास नहीं है। मैं यह नहीं कह सकता कि हम यह करने में सफल रहेंगे, पर प्रक्रिया जारी है।’
First Published: Friday, December 2, 2011, 16:25