Last Updated: Friday, November 25, 2011, 09:16
ज़ी न्यूज ब्यूरोनई दिल्ली : रिटेल सेक्टर में विदेशी निवेश पर वाणिज्य मंत्री आनंद शर्मा ने शुक्रवार को कहा कि इस फैसले से देश भर में रोजगार में बढ़ोतरी होगी और ग्रामीण क्षेत्र व किसानों को फायदा होगा।सरकार के इस रुख अब यह स्पष्ट है कि देश में विदेशी दुकानें खुलकर रहेंगी।
गौर हो कि खुदरा क्षेत्र में एफडीआई को मंजूरी मिलने के बाद शुक्रवार को इस मुद्दे पर संसद में हंगामा मचा और छोटे व मंझोले व्यापारियों ने भी इसके खिलाफ खुलकर नाराजगी जताई।
केंद्रीय मंत्री ने किराना व्यापार में विदेशी निवेश के पक्ष में दलील देते हुए कहा कि भारत में विदेशी दुकानों के खुलने के बाद इससे कोई बुरा असर नहीं पड़ेगा। इससे सभी को फायदा होगा, खुदरा क्षेत्र में विदेशी निवेश से छोटे किराना व्यापारियों को कोई नुकसान नहीं होगा। हालांकि यह निर्णय राज्य पर बाध्य नहीं होगा। उन्होंने यह भी कहा कि कई संस्थाओं से चर्चा करने के बाद ही विदेशी निवेश का फैसला किया गया। भारत में विदेशी निवेश का मॉडल यहां की जरूरत के हिसाब से ही तैयार किया गया है।
आनंद शर्मा ने कहा कि खाद्य का बड़ा उत्पादक होने के बावजूद इस देश के किसानों को समुचित फायदा नहीं मिल रहा है। एफडीआई से न सिर्फ किसानों को फायदा होगा बल्कि ग्रामीण रोजगार में भी बढ़ोतरी होगी। उन्होंने यह भी कहा कि दस लाख से ज्यादा आबादी वाले जगहों पर ही रिटेल में विदेशी निवेश होगा।
केंद्रीय मंत्री ने इस फैसले के पक्ष में यह तर्क भी दिया कि कई देशों में विदेशी निवेश से ग्राहकों व किसानों को फायदा हुआ है। चीन में इस सेक्टर में साल 1992 से ही सौ प्रतशित विदेशी निवेश है।
विदेशी निवेश से उपभोक्ताओं के साथ-साथ किसानों को भी फायदा होगा। अभी किसानों को उनके उत्पाद का कम मूल्य मिलता है। इस फैसले में इसका प्रावधान है कि विदेशी कंपनियों को पचास फीसदी निवेश गांवों में करना होगा।
गौर हो कि केंद्र सरकार की ओर से मल्टी ब्रांड खुदरा कारोबार में 51 प्रतिशत विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (एफडीआई) की अनुमति दिए जाने के विरोध में देश भर में कई जगहों पर कारोबारी व व्यापारियों ने हड़ताल की घोषणा की है।
First Published: Saturday, November 26, 2011, 09:31