रुपए की मजबूती को सरकार हर जरूरी कदम उठा रही है : पीएम

रुपए की मजबूती को सरकार हर जरूरी कदम उठा रही है : पीएम

रुपए की मजबूती को सरकार हर जरूरी कदम उठा रही है : पीएमज़ी मीडिया ब्यूरो
नई दिल्ली : रुपए की गिरती साख के पीछे घरेलू और बाहरी कारणों को जिम्मेदार ठहराते हुए अर्थशास्त्री प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने आज कहा कि डॉलर के मुकाबले रुपया का गिरना चिंता की बात है। सरकार इसके लिए हर जरूरी कदम उठा रही है। लेकिन पूंजी पर नियंत्रण जैसी कोई बात नहीं होगी और भारत एक खुली अर्थव्यवस्था बना रहेगा।

रुपए की गिरती साख पर संसद के दोनों सदनों में पीएम से वक्तव्य देने की विपक्ष की मांग पर आज लोकसभा में प्रधानमंत्री ने कहा, 'मई के अंत से रुपये के मूल्य में लगातार गिरावट चिंता की बात है। जिस कारण से रुपये में तेज गिरावट दर्ज की गई, वह है अप्रत्याशित बाहरी घटनाक्रमों के प्रति बाजार की प्रतिक्रिया।'

पीएम ने कहा, 'निर्यात में गिरावट, सीरिया संकट और पेट्रोलियम उत्पादों की कीमतें बढ़ने से डॉलर के मुकाबले रुपए में बड़ी गिरावट आई है।' प्रधानमंत्री ने सदन को आश्वस्त किया कि सरकार रुपए की गिरावट को रोकने के लिए हर जरूरी कदम उठा रही है। पीएम ने कहा, 'देश का बैंकिंग सेक्टर मजबूत है और अच्छे मॉनसून से हालात सुधरने की हमें पूरी उम्मीद है।'

प्रधानमंत्री ने साथ ही कहा कि विकास में जल्दी ही तेजी आएगी और वित्तीय घाटे को सकल घरेलू उत्पाद के 4.8 फीसदी तक सीमित करने की हर संभव कोशिश की जाएगी। अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा आर्थिक तेजी का संकेत मिलने के बाद वित्तीय राहत को धीमे-धीमे समाप्त करने की बात कहे जाने के बाद विदेशी फंडों ने भारतीय बाजार से पूंजी निकालनी शुरू कर दी और इसके कारण मौजूदा कारोबारी साल में रुपये में करीब 20 फीसदी तक की गिरावट दर्ज की गई है।

बुधवार को रुपये में करीब चार फीसदी गिरावट दर्ज की गई और यह डॉलर के मुकाबले 68.85 पर बंद हुआ था। यह अक्टूबर 1995 के बाद किसी भी एक दिन की सबसे बड़ी गिरावट थी। अगले ही दिन हालांकि यह वापस 3.5 फीसदी संभल कर 66.55 पर बंद हुआ।

प्रधानमंत्री ने अपने वक्तव्य के दौरान सुधार प्रक्रिया को आगे बढ़ाने का भरोसा देकर बाजार की भावना को ऊंचा उठाने की भी कोशिश की। उन्होंने कहा, 'पिछले दो दशकों में भारत एक खुली अर्थव्यवस्था बना रहा है और इसका उसे लाभ भी मिला है। इन नीतियों को बदलने का सवाल ही नहीं उठता। मैं इस सदन को और पूरी दुनिया को आश्वस्त करता हूं कि सरकार पूंजी नियंत्रण के कदम पर विचार नहीं कर रही है।'

प्रधानमंत्री ने कहा कि देश की अर्थव्यवस्था की बुनियाद मजबूत है और भारतीय रिजर्व बैंक तथा सरकार दोनों ही महंगाई दूर करने के उपाय कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि चालू खाता घाटा कम करने की भी कोशिश की जा रही है।

प्रधानमंत्री ने कहा, 'घाटा कम करने का विकास अनुकूल तरीका यह है कि सोच-विचार कर खर्च कीजिए, खासकर उन सब्सिडियों पर जो गरीबों तक नहीं पहुंच पाती हैं।' उन्होंने राजनीतिक पार्टियों से भी बेहतर नीति पर चलने में मदद करने का अनुरोध किया।

First Published: Friday, August 30, 2013, 11:04

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