Last Updated: Tuesday, January 31, 2012, 12:36
नई दिल्ली : विवादास्पद लेखक सलमान रुश्दी की भारत यात्रा को लेकर मचे बवाल पर केंद्रीय गृह मंत्री पी. चिदंबरम ने मंगलवार को स्पष्ट किया कि सरकार ने उन्हें भारत आने से नहीं रोका था। यह पूछने पर कि रुश्दी को भारत आने से रोके जाने को लेकर इतना बवाल क्यों मचा, चिदंबरम ने स्पष्ट किया कि जहां तक सरकार का सवाल है, रुश्दी को किसी ने भारत आने से नहीं रोका।
वह भारतीय मूल के व्यक्ति हैं, जिन्हें भारत आने के लिए वीजा की जरूरत नहीं है। खुद रुश्दी ने कहा है कि उन्हें वीजा की जरूरत नहीं है।
उन्होंने कहा कि जयपुर साहित्य महोत्सव के मुख्य आयोजनकर्ता ने कहा है कि नहीं आने का फैसला खुद रुश्दी का था। वीडियो कांफ्रेंस के जरिए उनका संबोधन नहीं कराने का फैसला आयोजनकर्ताओं का था न कि राजस्थान पुलिस का। चिदंबरम ने कहा कि हर बात के लिए सरकार को दोषी ठहराना गलत है। 17 जनवरी को हमने महाराष्ट्र, दिल्ली और राजस्थान की पुलिस को सिर्फ एडवाइजरी (परामर्श) जारी की थी कि मुंबई, दिल्ली और जयपुर में रुश्दी के जाने की सूरत में विरोध प्रदर्शन हो सकते हैं। लेकिन ऐसी एडवाइजरी नियमित रूप से जारी की जाती है।
रुश्दी की पुस्तक के कुछ अंश जयपुर साहित्य महोत्सव में पढे जाने का जिक्र किए जाने पर चिदंबरम ने मजाकिया अंदाज में कहा कि रुश्दी की किताब की भारत में बिक्री पर प्रतिबंध लगाया गया था लेकिन यह मालूम नहीं कि किसी प्रतिबंधित पुस्तक के अंश पढने पर प्रतिबंध हो सकता है या नहीं।
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, January 31, 2012, 21:06