Last Updated: Tuesday, August 27, 2013, 16:45
नई दिल्ली : देश के विभिन्न हिस्सों में बलात्कार की बढ़ती घटनाओं पर मंगलवार को राज्यसभा में चिंता जताई गई और हरियाणा के जींद में एक दलित छात्रा के साथ बलात्कार और हत्या के मामले को लेकर राज्य सरकार को बर्खास्त करने की मांग की। सदस्यों ने ऐसे अपराधों के दोषियों को मौत की सजा दिए जाने की भी मांग की।
जींद में दलित लड़की के साथ बलात्कार के अलावा झारखंड में महिला पुलिसकर्मी और महाराष्ट्र के रत्नागिरि जिले में एक मानसिक रूप से कमजोर महिला के साथ बलात्कार की घटनाओं का मुद्दा राज्यसभा में उठा। सदस्यों ने सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि ऐसे मुद्दे बार बार उठाए जाने के बाद भी सरकार इस पर रोक लगाने में नाकाम रही है। सरकार का पक्ष रखते हुए संसदीय कार्य राज्य मंत्री राजीव शुक्ला ने कहा कि सरकार इस मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार है और सदस्यों को इस संबंध में नोटिस देना चाहिए।
भाजपा की नजमा हेपतुल्ला ने कहा कि दक्षिणी दिल्ली में हुए सामूहिक बलात्कार की घटना की सुनवाई त्वरित अदालत में चल रही है लेकिन इसकी सुनवाई अब तक पूरी नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि सरकार को इस संबंध में गंभीरता दिखानी चाहिए। उन्होंने कहा कि कानून में संशोधन कर सख्त सजा का प्रावधान किए जाने के बाद भी लोगों में कानून का भय नहीं है।
जींद की घटना पर उपसभापति पी जे कुरियन ने कहा कि इस प्रकार के जघन्य अपराध को निंदा करने में पूरा सदन एक है और वह सरकार से अनुरोध करेंगे कि दोषियों को सख्त सजा सुनिश्चित हो। सदन में मौजूद मंत्री प्रफुल्ल पटेल ने सदस्यों को आश्वस्त किया कि वह सदन की भावना से गृह मंत्री को अवगत करा देंगे। उन्होंने कहा कि इस संबंध में केंद्र सरकार राज्यों से बात करेगी। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, August 27, 2013, 16:45