Last Updated: Wednesday, January 23, 2013, 16:05
ज़ी न्यूज ब्यूरोनई दिल्ली: जस्टिस वर्मा कमेटी ने बुधवार को बलात्कार के खिलाफ सख्त कानून बनाने पर अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है। यह रिपोर्ट 200 पन्नों की है। जस्टिम वर्मा ने रिपोर्ट सौंपने के बाद कहा कि महीनेभर में रिपोर्ट तैयार करना एक बड़ी चुनौती थी। रिपोर्ट केंद्रीय गृह मंत्रालय को सौंपी गई है।
उन्होंने कहा कि लगभग 80 हजार देश और विदेश से सुझाव मिले और उसके लिए सबका शुक्रिया। उन्होंने दिल्ली गैंगरेप के बाद आंदोलन के लिए युवाओं की सराहना की है।
जस्टिस वर्मा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि दिल्ली गैंगरेप मामले को लेकर लोग कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हुए। उनका शांतिपूर्ण प्रदर्शन भावुक कर देने वाला था। उकसाने के बावजूद लोगों ने शांति बनाए रखी।
उन्होंने कहा कि गैंगरेप के विरोध में हुआ यह आंदोलन एक सीख है, और इस आंदोलन से युवा पीढ़ी ने हम बुजुर्गों को भी बड़ी सीख दी है। गैंगरेप के खिलाफ इन प्रदर्शनों में विदेशी नागरिकों की भागीदारी बेहद सराहनीय है।
जस्टिस वर्मा ने कहा कि इस रिपोर्ट में ऑक्सफोर्ड तक से सुझाव मिले है। उन्होंने कहा कि युवाओं में यह जज्बा कायम रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि संसद के अगले सत्र में कानून बनना चाहिए।
गौरतलब है कि पिछले साल दिसंबर महीने में दिल्ली गैंगरेप व हत्या कांड के बाद देश भर में लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया था। इस जघन्य घटना के बाद उठे बवाल के बाद कानून को सख्त बनाने की मांग ने खासा जोर पकड़ ली। इसी के मद्देनजर केंद्र सरकार ने दुष्कर्म और यौन शोषण से जुड़े कानून को कड़ा व बेहतर बनाने का सुझाव देने के लिए जस्टिस वर्मा कमेटी का गठन किया था।
First Published: Wednesday, January 23, 2013, 15:41