Last Updated: Monday, February 27, 2012, 15:05
नई दिल्ली : रेलवे के आधुनिकीकरण के लिए सैम पित्रोदा की अध्यक्षता में गठित विशेषज्ञ समूह ने रेलवे को आधुनिक बनाने पर पांच लाख 60 हजार करोड़ रुपये के निवेश की आवश्यकता बताई है। प्रधानमंत्री के सलाहकार सैम पित्रोदा की अध्यक्षता वाले इस विशेषज्ञ समूह ने सोमवार को अपनी रिपोर्ट रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी को सौंपी। इस मौके पर पित्रोदा मौजूद नहीं थे लेकिन उन्होंने अमेरिका से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये कार्यक्रम में हिस्सा लिया।
समूह ने रेलवे के आधुनिकीकरण के लिए पांच सूत्री रणनीति अपनाने पर जोर देते हुए रेलवे के लिए कुल दस लाख करोड़ रुपये की निवेश की आवश्यकता बताई है, जिनमें से करीब आठ लाख करोड़ रूपये बारहवीं योजना के दौरान निवेश करने होंगे । रिपोर्ट में आधुनिकीरण के लिए धन जुटाने के लिए यात्रियों पर आधुनिकीकरण उपकर लगाने और रेलवे के उपक्रमों में विनिवेश करने के विकल्प का भी सुझाव दिया है।
गौरतलब है कि दिनेश त्रिवेदी ने पिछले साल सितंबर में भारतीय रेलवे के आधुनिकीकरण के तौर तरीके के बारे में सुझाव देने के लिए सैम पित्रोदा की अध्यक्षता में इस उच्च स्तरीय विशेषज्ञ समिति का गठन किया था ताकि भारतीय रेलवे आम आदमी की आकांक्षाओं, आर्थिक वृद्धि की चुनौतियों और बदलती प्रौद्योगिकी एवं बढते बाजार की जरूरतों का मुकाबला कर सके।
इस विशेषज्ञ समूह के अन्य सदस्यों में एचडीएफसी बैंक के अध्यक्ष दीपक पारिख, भारतीय स्टेट बैंक के पूर्व अध्यक्ष एमएस वर्मा, आईआईएम अहमदाबाद के प्राध्यापक जी. रघुराम और रेलवे बोर्ड के सलाहकार (अवसंरचना) रंजन जैन शामिल थे।
(एजेंसी)
First Published: Monday, February 27, 2012, 20:35