‘लश्कर ने कराया था छत्तीसिंहपुरा नरसंहार’

‘लश्कर ने कराया था छत्तीसिंहपुरा नरसंहार’

‘लश्कर ने कराया था छत्तीसिंहपुरा नरसंहार’ज़ी न्यूज ब्यूरो/एजेंसी

नई दिल्ली. : मुंबई हमलों का साजिशकर्ता आतंकी अबु जिंदाल ने अब एक और सनसनीखेज खुलासा किया है। जांच एजेंसियों की पूछताछ में अब उसने बताया है कि जम्‍मू-कश्‍मीर में हुए छत्तीसिंहपुरा नरसंहार को आतंकी संगठन लश्कर-ए-तोएबा ने अंजाम दिया था। इसी आतंकी संगठन ने इस हत्याकांड की साजिश रची और इसे अंजाम देने में अहम भूमिका निभाई। गौर हो कि यह नरसंहार साल 2000 में जममू-कश्‍मीर में हुआ था, जिसमें 35 सिखों की हत्‍या कर दी गई थी। इस नरसंहार के बाद कश्मीरी कट्टरपंथियों ने सेना पर आरोप लगाए थे। यह कांड उस साल बिल क्लिंटन के भारत दौरे से पहले अंजाम दिया गया था।

वहीं, जिंदाल ने जिहाद के नाम पर आतंकवाद फैलाने के लिए भारत एवं पाकिस्तान में स्थित अपने परिवार को छोड़ दिया था। जुदाल से पूछताछ के दौरान यह राज खुलकर सामने आया है। जांचकर्त्ताओं ने बताया कि जिंदाल पाकिस्तान के मुरिदके शहर में अपनी पत्नी एवं दो वर्षीय बेटे को छोड़कर सऊदी अरब चला गया था, ताकि वह भारत में आतंकवादी हमलों की योजना बना सके। दिल्ली पुलिस, सऊदी अरब से प्रत्यर्पित होने के बाद 21 जून से ही जुंदाल से लगातार पूछताछ कर रही है। पुलिस ने बताया कि उसने कभी भी अपनी पत्नी एवं बेटे से बात करने की इच्छा नहीं प्रकट की।

जिंदाल से पूछताछ करने वाले एक अधिकारी ने बताया कि जब पूछा गया कि क्या वह उनसे (परिवार) बात करना चाहता है, तो उसने एक फोन नम्बर दिया। वह नम्बर अब प्रयोग में ही नहीं है। आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तोएबा के सदस्य जिंदाल 26 नवम्बर 2008 को मुम्बई में हुए आतंकवादी हमलों के दौरान 10 पाकिस्तानी आतंकवादियों को पाकिस्तान में बैठकर दिशा निर्देश दे रहा था।

अधिकारी ने बताया कि भारत में आतंकवादी घटनाओं को अंजाम देने के लिए उसे महाराष्ट्र के बीड एवं पाकिस्तान के मुरिदके में मौजूद अपने परिवार को छोड़ने का जरा-सा भी दुख नहीं है। जांचकर्ताओं ने बताया कि जिंदाल ने मुरिदके में अपना पता-ठिकाना बनाने के लिए 2009 में एक पाकिस्तानी लड़की से निकाह किया और इसके जरिए उसने पाकिस्तानी पासपोर्ट एवं पहचान पत्र हासिल कर लिया। इसके बाद वह बार-बार सऊदी अरब की यात्रा करने लगा। जांचकर्ताओं का मानना है कि मुंबई हमले के अलावा जुंदाल पुणे के जर्मन बेकरी बम विस्फोट और औरंगाबाद में हथियारों की चोरी के मामले में शामिल था। इसके अलावा वह नासिक के पुलिस प्रशिक्षण केंद्र पर भी हमले की फिराक में था। पुलिस अब जिंदाल की पाकिस्तानी पत्नी एवं बच्चे को जल्द से जल्द बुलाने की योजना बना रही है।

उधर, सैयद जबीउददीन अंसारी उर्फ अबु जिंदाल के बाद अब भारतीय एजेंसियों की नजर तीन और ऐसे भारतीयों पर है, जो इस समय सऊदी अरब में हो सकते हैं। देश में हुए कुछ आतंकवादी हमलों में इन तीनों की भूमिका होने का संदेह है। खुफिया एजेंसियों से जुड़े एक अधिकारी ने भार्षां को बताया कि इन तीनों के नाम सीआईए की उन व्यक्तियों की सूची में है, जो सऊदी अरब में पर्जी पाकिस्तानी पासपोर्ट पर 2008 से रह रहे हैं । 26 नवंबर 2008 को ही मुंबई में घातक आतंकवादी हमला हुआ था, जिसमें 166 लोग मारे गये थे। अधिकारी के मुताबिक ये तीनों व्य क्ति जिंदाल की ही तरह बांग्लादेश के जरिए पाकिस्तान गये और उसके बाद पाकिस्तानी पासपोर्ट पर सऊदी अरब चले गए।

इस बीच, सूत्रों ने बताया कि सऊदी अरब से मिल रहे समर्थन से भारतीय खुपिया एजेंसियां खासी उत्साहित हैं और अबु जिंदाल को भारत ला पाना इसी समर्थन का परिणाम है। हालांकि खुपिया अधिकारी सऊदी सरकार से तीनों संदिग्धों के बारे में चर्चा करने में पूरी सतर्कता बरत रही है। उन सभी पहलुओं का अध्ययन किया जा रहा है जो मामले को किसी भी दिशा में मोड़ सकते हैं।

First Published: Monday, July 9, 2012, 10:33

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