Last Updated: Wednesday, July 25, 2012, 23:16
मुंबई : हाल ही में गिरफ्तार किए गए लश्कर-ए-तोएबा के सदस्य सैयद जबीउद्दीन अंसारी उर्फ अबू जुंदाल ने जांचकर्ताओं को बताया कि 2006 में औरंगाबाद में महाराष्ट्र एटीएस द्वारा हथियारों का जखीरा जब्त किए जाने के बाद वह बांग्लादेश के रास्ते पाकिस्तान भागने में कामयाब हो गया था। इस आतंकवादी संगठन के दो भारतीय सदस्यों ने इसमें उसकी मदद की थी।
अपराध शाखा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मई 2006 में जब वह औरंगाबाद हथियार जखीरे के मामले में फरार था, तब वह बांग्लादेश भाग निकला था। जहां उसने लश्कर के सदस्यों की मदद से सईद नाम से एक फर्जी पासपोर्ट हासिल किया। वहां से वह पाकिस्तान भाग गया था। अधिकारी ने बताया कि जुंदाल की बांग्लादेश से निर्बाध यात्रा का बंदोबस्त लश्कर ए तैयबा के पाकिस्तान स्थित आकाओं ने किया था।
औरंगाबाद हथियार मामले में महाराष्ट्र आतंकवाद निरोधक दस्ते की एक टीम ने एक टाटा सूमो और एक इंडिका कार का चंदवाड़-मनमाड राजमार्ग पर आठ मई 2006 को पीछा किया था और तीन संदिग्ध आतंकवादियों को गिरफ्तार कर लिया था। टीम ने 30 किलोग्राम आरडीएक्स, 10 एके 47 राइफल और 3,200 गोलियों का जखीरा जब्त किया था। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, July 25, 2012, 23:16