लश्‍कर का एक और संदिग्ध झारखंड में गिरफ्तार - Zee News हिंदी

लश्‍कर का एक और संदिग्ध झारखंड में गिरफ्तार



नई दिल्ली/रांची : लश्कर-ए-तोएबा के खिलाफ कार्रवाई में तेजी लाते हुए दिल्‍ली पुलिस ने राजधानी में नाकाम कर दिए गए आतंकी वारदात के सिलसिले में झारखंड से लश्कर-ए-तोएबा के एक और संदिग्ध सदस्य को गिरफ्तार किया है। ताजा गिरफ्तारी से बीते दो दिनों में दिल्ली पुलिस की गिरफ्त में आए आतंकवादियों की संख्या तीन हो गई है। पुलिस ने बताया कि साल 2011 में पाकिस्तान में हथियार चलाने का प्रशिक्षण हासिल कर चुके मुख्य आरोपी एहतेशाम मलिक (24) के चचेरे भाई तौसीफ अहमद पीर (22) को कल रात हजारीबाग से हिरासत में लिया गया था। पीर को गुरुवार सुबह गिरफ्तार किया गया।

 

इस मामले में वांछित एक और शख्स मुजमिल अमीन डार उर्फ उस्मान जम्मू-कश्मीर पुलिस को चकमा देकर फरार होने में कामयाब रहा। दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा के उपायुक्त अरुण कंपानी ने राष्ट्रीय राजधानी में संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि उत्तर कश्मीर के सोपोर का रहने वाला पीर प्रशिक्षण के लिए पाकिस्तान जाने वाला था और वह दिल्ली में आतंकवादी वारदात को अंजाम देने की मलिक की योजना से बाखबर था। कंपानी ने जगह का खुलासा करने से इनकार कर दिया लेकिन पुलिस सूत्रों ने बताया कि मलिक पांच मार्च को श्रीनगर वापस जाने से पहले चांदनी चौक के कपड़ा बाजार में बम विस्फोट करने वाला था।

 

सूत्रों ने कहा कि एहतेशाम के पास से तार, पटाखों में इस्तेमाल किया जाने वाला फ्लैश पाउडर और सलफ्यूरिक एसिड बरामद किया गया जो आईईडी बनाने की चीजें हैं। सूत्रों के मुताबिक, मलिक एक आईईडी बनाने और इसे चांदनी चौक के कपड़ा बजार में लगाने की योजना बना रहा था। इससे होने वाले संभावित विस्फोट से घटनास्थल राख में तब्दील हो सकता था। उन्होंने कहा कि पीर के पास से कोई विस्फोटक बरामद नहीं हुआ है और उसे ट्रांजिट रिमांड पर दिल्ली लाया जा रहा है।

 

मलिक सोपोर के बादाम बाग में रहने वाले फारूक मलिक का बेटा है और वह पिछले तीन सालों से अपनी मां के साथ रांची में रहता था। उसकी मां भी रांची की रहने वाली है। पेशे से प्रयोगशाला तकनीशियन मलिक सोपोर में पहले लश्कर से जुड़ा हुआ था। उसे साल 2007 में दो अन्य लोगों के साथ गिरफ्तार भी किया गया था। मलिक के साथ गिरफ्तार किया गया शफकत अली टुग्गु (23) इंजीनियरिंग में स्नातक है।

 

दिल्ली पुलिस ने कल कहा था कि उसने लश्कर-ए-तोएबा के दो सदस्यों को गिरफ्तार कर राजधानी में एक बड़े आतंकवादी वारदात को नाकाम कर दिया है। पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार किए गए संदिग्ध आतंकवादियों ने अगले कुछ दिनों में यहां के भीड़ -भाड़ वाले इलाकों में धमाके करने की योजना बना रखी थी। पुलिस का कहना था कि धमाका बहुत जल्द ही किया जाना था।

 

गिरफ्तार किए गए दोनों संदिग्ध व्यक्ति भारतीय हैं लेकिन उनकी पहचान का खुलासा नहीं किया गया है। कल दिल्ली पुलिस की गिरफ्त में आए लश्कर-ए-तोएबा के दो संदिग्ध सदस्यों में से एक ने पाकिस्तान में बम बनाने और हथियार चलाने का प्रशिक्षण ले रखा था। पीर एहतेशाम के वालिद के घर में रह रहा था जिनकी पहचान फारूक के तौर पर हुई थी। हजारीबाग के एक आला पुलिस अधिकारी ने कहा कि फारूक जम्मू-कश्मीर सरकार का कर्मचारी है और उसने झारखंड के गिरीडीह जिले से ताल्लुक रखने वाली एक महिला से शादी कर रखी है।

 

अधिकारी ने बताया कि फारूक ने हजारीबाग जिले के पेलावल पुलिस थाने में मौजूद पाबरा गांव में अपना मकान बना रखा है जिसका नाम ‘कश्मीर हाउस’ है। इस मकान में उसकी बीवी और पीर रहते हैं । फारूक बीते दो सालों से अपने इस मकान में नहीं आया है। गिरफ्तारियों के बाद पुलिस मकान की तलाशी में जुटी है।

(एजेंसी)

 

First Published: Friday, March 2, 2012, 09:40

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