Last Updated: Saturday, March 9, 2013, 15:18
नई दिल्ली : यदि सरकार चाहती है कि उसकी लुक ईस्ट नीति का लाभ पूर्वोत्तर राज्यों को भी मिले तो उसे दक्षिण पूर्व एशिया के नेताओं को इस क्षेत्र में आमंत्रित करना चाहिए और वहां वार्ता करनी चाहिए। यह बात दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के संगठन (आसियान) के हाल तक महासचिव रहे सूरिन पित्सुवान ने कही। पित्सुवान पांच सालों तक आसियान के महासचिव रहे।
उन्होंने सलाह दी कि संगठन में शामिल देशों के विदेश मंत्री सम्मेलन में पूर्वोत्तर में जुट सकते हैं। उन्होंने कहा कि भारत आसियान+भारत की बैठक पूर्वोत्तर में गुवाहाटी में ब्रह्मपुत्र के किनारे बुला सकता है, जहां से आपके प्रधानमंत्री (मनमोहन सिंह) का चुनाव हुआ है। पित्सुवान थाईलैंड के विदेश मंत्री रह चुके हैं। उन्हें सबसे मुखर एशियाई नेताओं में माना जाता है।
पुत्सुवान ने जामिया मीलिया इस्लामिया में चौथे सैफुद्दीन किचलू व्याख्यान में शुक्रवार को ये बातें कहीं, जिसका आयोजन पूर्वोत्तर अध्ययन और नीति शोध संगठन ने किया था। बयान `पूर्वी हिमालय, जलवायु परिवर्तन, जीविका और गरीबी` विषय पर आयोजित एक सम्मेलन में दिया गया। (एजेंसी)
First Published: Saturday, March 9, 2013, 15:18