Last Updated: Saturday, September 7, 2013, 23:45
नई दिल्ली : अगले लोकसभा चुनावों के लिए हुए एक सर्वेक्षण में दावा किया गया है कि चुनावों में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरेगी।
एसी नील्सन-एबीपी न्यूज के सर्वेक्षण के अनुसार, ‘भाजपा पूरे देश (उत्तर और पश्चिम में सबसे ज्यादा) में स्पष्ट तौर पर विजयी दल के तौर पर उभरी है। 18 से 30 साल की आयु के युवाओं ने बहुतायत में पार्टी का समर्थन किया है। दक्षिण में भाजपा और कांग्रेस दोनों के बीच कांटे की टक्कर है।’
उत्तर भारत के अधिकतर लोग (करीब 42 प्रतिशत) संप्रग-2 सरकार के प्रदर्शन से नाखुश हैं और सर्वेक्षण में भाग लेने वाले लोगों ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के कामकाज को उनकी सरकार के प्रदर्शन से भी कमतर आंका।
सर्वेक्षण ने कहा कि नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री पद के दावेदार के तौर पर सबसे मजबूत तौर पर उभरे हैं और 60 प्रतिशत से अधिक लोगों ने मोदी के कामकाज पर संतोष जताया।
60 प्रतिशत से अधिक लोगों ने मोदी के कामकाज को अच्छे या बहुत अच्छे की श्रेणी में रखा है। वह उत्तर भारत के मतदाताओं, युवाओं में खासे लोकप्रिय हैं। गुजरात के 70 प्रतिशत प्रतिभागियों ने मोदी के कार्य प्रदर्शन को बहुत अच्छे या अच्छे की श्रेणी में रखा।
प्रधानमंत्री के तौर पर मोदी के बाद लोगों की दूसरी पसंद के तौर पर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी और उनके बाद मनमोहन सिंह रहे हैं। दक्षिण भारत को छोड़कर सभी क्षेत्रों में मोदी ही प्रधानमंत्री पद के लिए सबसे पसंदीदा नेता माने गये हैं। दक्षिण में जरूर उन्हें राहुल गांधी इस दावेदारी में टक्कर दे रहे हैं।
उत्तर भारत के मतदाताओं ने मनमोहन सिंह के कामकाज को तो खराब और बहुत खराब की श्रेणी में रखा है। सर्वेक्षण में शामिल करीब 40 प्रतिशत लोगों को लगता है कि देश की खराब माली हालत के लिए प्रधानमंत्री जिम्मेदार हैं। हैरानी की बात है कि दक्षिण के राज्यों में 45 प्रतिशत लोग इस हालत के लिए वित्त मंत्री पी चिदंबरम को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।
कांग्रेस भले ही खुद को धर्मनिरपेक्ष पार्टी कहती हो लेकिन सर्वे में शामिल लोगों ने कांग्रेस और भाजपा दोनों को सांप्रदायिक राजनीति के लिए जिम्मेदार ठहराया है। (एजेंसी)
First Published: Saturday, September 7, 2013, 23:45