Last Updated: Monday, November 26, 2012, 12:03
नई दिल्ली : खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) तथा रियायती दर वाले रसोई गैस के सिलेंडरों की संख्या कम करने के केंद्र सरकार के फैसले के खिलाफ लोकसभा में सोमवार को भारी हंगामा हुआ, जिसके कारण सदन की कार्यवाही दोहपर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। तृणमूल कांग्रेस के सदस्य नारेबाजी करते हुए लोकसभा अध्यक्ष के आसन के समक्ष पहुंच गए, जिसके कारण सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई।
बहु ब्रांड खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश, सब्सिडी आधारित एलपीजी गैस सिलिंडर की संख्या बढ़ाने और पृथक तेलंगाना राज्य के गठन के मुद्दे पर भाजपा, वामदल, तृणमूल कांग्रेस, तेदेपा के भारी हंगामे के कारण संसद के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन सोमवार को प्रश्नकाल नहीं हो सका। आज सुबह लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने पर सदन ने मुंबई पर 26/11 आतंकी हमले की बरसी पर पीड़ित लोगों और शहीदों को याद किया और कुछ पल मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
इसके बाद अध्यक्ष मीरा कुमार ने जैसे ही प्रश्नकाल शुरू करने का निर्देश दिया तृणमूल सदस्य नारेबाजी करते हुए आसन के समीप आ गए। तृणमूल सदस्य सब्सिडी आधारित एलपीजी गैस सिलिंडर की संख्या बढ़ाने की मांग कर रहे थे। उन्होंने अपने हाथों में तख्तियां ले रखी थीं जिन पर लिखा था, कि सब्सिडी आधारित एलपीजी गैस सिलिंडर की संख्या 24 की जाए। भाजपा सदस्य अपने स्थान से ‘एफडीआई वापस लो’ के नारे लगा रहे थे।
तेदेपा के एक सदस्य ‘पृथक तेलंगाना’ राज्य का मुद्दा उठाते हुए अध्यक्ष के आसन के समीप आ गए। अन्नाद्रमुक सदस्य अपने हाथों में समाचार पत्र में प्रकाशित खबर की प्रति लिये हुए थे जिस पर टू जी स्पेक्ट्रम में कैग के नुकसान के आकलन पर पूर्व आडिटर द्वारा पहले दिये गए अपने बयान को तोड़ मरोड़ कर पेश करने का जिक्र किया गया था। वाम दल बहु ब्रांड खुदरा क्षेत्र में एफडीआई के मुद्दे पर सदन में चर्चा कराने की मांग करते देखे गए। अध्यक्ष ने सदस्यों से अपने स्थान पर जाने और प्रश्नकाल चलने देने का आग्रह किया लेकिन सदस्यों पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ा। शोर शराबा थमता नहीं देख मीरा ने सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक स्थगित कर दी। (एजेंसी)
First Published: Monday, November 26, 2012, 12:03