Last Updated: Sunday, September 23, 2012, 16:11
नई दिल्ली : उत्सुकता, रोमांच, उत्साह और जादू के तानेबाने में लेखिका अरेफा तहसीन ने अपनी किताब ‘लोरा एंड द क्वेस्ट ऑफ फाइव’ लिखी जिसमें उन्होंने यह भी बताया कि सपने सच कैसे किए जाते हैं।
फिंगरप्रिंट द्वारा प्रकाशित अपनी इस किताब के बारे में तहसीन ने बताया, यह हालांकि फंतासी है लेकिन इसमें बताए गए वष्रावन असली हैं। पूरी थीम का आधार जंगलों को बचाना है ताकि हम बच सकें। राजस्थान के उदयपुर की इस मानद वन्यजीव वार्डन का कहना है कि जब उन्होंने इस किताब की कहानी लिखनी शुरू की तब उनके दिमाग में वष्रावन की छिपी हुई स5यता का विचार आया।
उन्होंने कहा, लिखना शुरू किया और कहानी तथा किरदार खुद ही मुझे आगे ले जाने लगे। दो माह में किताब पूरी हो गई। तहसीन मानती हैं कि भारत में युवा वयस्क साहित्य अब खत्म हो रहा है। इस वर्ग के लिए भारतीय लेखक लिख रहे हैं लेकिन यह इतना कम है कि हमें पश्चिम पर निर्भर रहना पड़ता है।
किताब का मुख्य किरदार लोरा है जो एक गोपनीय वष्रावन में रहती है। अपने पिता की जान बचाने के प्रयास में उन्हें खोजते खोजते वह एक अन्य जंगल में चली जाती है। वहां उसे पता चलता है कि उसके पिता की जान के साथ साथ पूरा जंगल ही खतरे में है। लोरा प्रकृति की इस धरोहर को बचाने की कोशिश करती है। लोरा वास्तव में एक उष्णकटिबंधीय चिड़िया है। (एजेंसी)
First Published: Sunday, September 23, 2012, 16:11