Last Updated: Wednesday, January 16, 2013, 22:13
नई दिल्ली : केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री कुमारी शैलजा ने आज कहा कि सरकार वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक नई नीति लाने पर विचार कर रही है और इसके लिए विभिन्न पक्षों से बातचीत चल रही है।
शैलजा ने यहां कहा, ‘बदलते परिवेश, सामाजिक-आर्थिक चलन और प्रौद्योगिकी में उन्नति को देखते हुए सरकार वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक राष्ट्रीय नीति बनाने पर विचार कर रही है। नई नीति का मसौदा तैयार हो रहा है और इसपर विभिन्न पक्षों से विचार विमर्श किया जा रहा है।’ उन्होंने एनसीईआरटी के पूर्व निदेशक प्रो. जे.एस. राजपूत की किताब ‘शिक्षा में मूल्यों का सरोकार’ के लोकार्पण के मौके पर यह जानकारी दी।
मंत्री ने कहा, ‘वर्ष 2001 में वरिष्ठ नागरिकों की जनसंख्या पूरी आबादी की 7.5 फीसदी थी। वर्ष 2026 तक यह आंकड़ा बढ़कर पूरी आबादी का 12.4 फीसदी होने की संभावना है।’ शैलजा ने मूल्य आधारित शिक्षा की जरूरत पर बल दिया ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि युवा पीढ़ी वरिष्ठ नागरिकों का सम्मान करे। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, January 16, 2013, 22:13