Last Updated: Thursday, October 18, 2012, 20:29
नई दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा एवं रियल स्टेट कारोबारी डीएलएफ के बीच भूमि सौदे की स्वतंत्र एवं निष्पक्ष जांच की मांग की और कहा कि इस मामले के सभी दस्तावेजी प्रमाणों को जब्त किया जाना चाहिए।
भाजपा प्रवक्ता निर्मला सीतारमन ने भूपिंदर सिंह हुड्डा सरकार द्वारा हरियाणा के सरकारी अधिकारियों के निर्णय की वैधानिकता की जांच का आदेश देने पर असंतोष व्यक्त किया। वाड्रा-डीएलएफ भूमि सौदे को रद्द करने वाले भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी अशोक खेमका के स्थानांतरण पर विवाद के बाद यह आदेश दिया गया था।
भाजपा प्रवक्ता ने गुरुवार को कहा कि हरियाणा सरकार यह जांच कुछ चुने हुए अधिकारियों से करा रही है। उन्होंने कहा कि 11 अक्टूबर को खेमका के स्थानांतरण से कई प्रश्न खड़े हुए हैं और असहज महसूस कर रहे अधिकारियों को हटाया जा रहा है। सीतारमन ने कहा कि वाड्रा ने अपने ऊपर लगे आरोपों की सफाई में एक शब्द नहीं कहा। उन्होंने दावा किया कि प्रारम्भ में कांग्रेस का कोई भी नेता वाड्रा के बचाव में आने को इच्छुक नहीं था।
उन्होंने कहा कि हम प्रमाणों के विषय में चिंतित हैं। उन्हें मिटाया जा सकता है। सभी दस्तावेजी सबूतों को जब्त कर लेना चाहिए। वाड्रा एवं डीएलएफ के सौदे की निष्पक्ष एवं स्वतंत्र जांच होनी चाहिए। (एजेंसी)
First Published: Thursday, October 18, 2012, 20:29