Last Updated: Tuesday, December 20, 2011, 10:48
नई दिल्ली : नौसैनिक वार रूम लीक मामले में सीबीआई को बड़ा बल मिला है। ब्रिटेन की एक अदालत ने मामले में आरोपी रवि शंकरन के प्रत्यर्पण के लिए उसके सबूत को स्वीकार कर लिया और सुनवाई की अगली तारीख 30 दिसंबर तय की।
एजेंसी ने मंगलवार को यहां बताया कि वेस्टमिंस्टर मेजिस्ट्रेट की जिला अदालत ने 46 साल के शंकरन के प्रत्यर्पण के मामले में कल आदेश जारी करते हुए भारत की ओर से क्राउन प्रोसिक्यूशन सर्विसेज द्वारा सौंपे गए सबूत को स्वीकार कर लिया। सीबीआई ने कहा कि अदालत अन्य जुड़े मामलों पर भी 30 दिसंबर को सुनवाई करेगी।
पूर्व नौसेना प्रमुख अरूण प्रकाश के परिवार के सदस्य शंकरन को पिछले साल मई में इंटरपोल के रेड कॉर्नर नोटिस के आधार पर लंदन से गिरफ्तार किया गया जिसे सीबीआई के आग्रह पर उसके भारत प्रत्यर्पण के लिए जारी किया गया था । नौसेना के सेवानिवृत्त कमांडर शंकरन पर नौसैनिक वार रूम से गोपनीय दस्तावेजों को चुराने और उन्हें हथियारों के सौदागरों को सौंपने का आरोप है।
प्रत्यर्पण सुनवाई में ब्रिटेन के विधि अधिकारियों की सहायता के लिए सीबीआई ने दो सदस्यीय टीम को वहां भेजा। अदालत में सबूत के तौर पर पेश किए गए ईमेल पर बचाव पक्ष की उठायी आपत्ति की प्रतिक्रिया में एजेंसी ने 50 पन्नों का जवाब सौंपा।
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, December 20, 2011, 17:23