Last Updated: Saturday, March 31, 2012, 11:49
नई दिल्ली : जम्मू-कश्मीर मामले के राजनीतिक समाधान के लिए केन्द्र द्वारा नियुक्त वार्ताकारों के समूह की रपट पर केन्द्रीय गृह मंत्री पी. चिदंबरम ने उम्मीद जताई कि वित्त वर्ष 2012-13 की शुरूआत में इस रपट पर विस्तार से चर्चा होगी और कोई न कोई फैसला हो जाएगा।
चिदंबरम ने अपने मंत्रालय की मार्च महीने की प्रगति रपट पेश करने के दौरान संवाददाताओं के सवालों के जवाब में कहा, ‘मुझे उम्मीद है कि रपट का नतीजा निकलेगा। वित्त वर्ष 2012-13 के शुरुआती दिनों में ही इस बारे में फैसला कराने की कोशिश हो रही है।’ उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सीसीएस की बैठक जल्द कराने की कोशिश कर रहे हैं ताकि इस रपट को लेकर विस्तार से चर्चा हो सके। मैं फिर दोहराता हूं कि इस रपट पर अंतिम चर्चा के बाद इसे सार्वजनिक किया जाएगा।’
उल्लेखनीय है कि पत्रकार दिलीप पडगांवकर, शिक्षाविद राधा कुमार और पूर्व सूचना आयुक्त एम.एम. अंसारी की एक टीम को केन्द्र ने कश्मीर पर वार्ताकार के रूप में नियुक्त किया था। इस टीम ने राज्य का व्यापक दौरा कर सभी पक्षों के लोगों से बातचीत की और उनके नजरिये को अपनी सिफारिशों में शामिल किया।
(एजेंसी)
First Published: Saturday, March 31, 2012, 21:22