Last Updated: Tuesday, November 1, 2011, 10:10
नई दिल्ली : आयकर विभाग ने विदेशों से मिली सूचना के आधार पर विदेशों में कालाधन रखने वालों को नोटिस भेजना शुरू किया है। हालांकि, वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी का कहना है कि मुकदमे की कार्यवाही शुरू करने के बाद ऐसे लोगों के नामों का खुलासा किया जाएगा।
सूत्रों ने कहा कि स्विस बैंक खातों के बारे में विदेशों से मिले बैंकिंग आंकड़ों का वर्गीकरण करने और उनकी जांच के बाद अपराधिक जांच निदेशालय (डीसीआई) द्वारा देशभर में व्यक्तियों और इकाइयों को नोटिस भेजे जा रहे हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या सरकार को कालाधन मामले में उद्योगपतियों और सांसदों के बारे में सूचना मिली है, प्रणब मुखर्जी ने यहां संवाददाताओं को बताया, ‘जब और जैसे ही सूचना मिलती है, जांच शुरू होती है और मुकदमा दर्ज होता है, मौजूदा संधि नियमों के तहत हम ऐसे लोगों के नाम का खुलासा कर सकते हैं।’
प्रणब ने इससे पहले कहा था कि सरकार को भारतीयों के विदेशी खातों के बारे में फ्रांस से सूचना मिली है। 69 मामलों में करदाताओं ने स्वीकार किया है कि उनके पास 397.17 करोड़ रुपये की काली कमाई है। 30.07 करोड़ रुपये के कर का भुगतान भी कर दिया गया। वित्त मंत्रालय के मुताबिक, भारत सरकार को भारतीय नागरिकों द्वारा संदिग्ध लेनदेन के सौदों के संबंध में विभिन्न देशों से सूचना की 9,900 प्रतियां प्राप्त हुई हैं जिनकी विभिन्न स्तरों पर छंटाई की जा रही है।
आपराधिक जांच विभाग अगले कुछ महीनों में विभिन्न मामलों में कानूनी कार्यवाही शुरू करेगा। सूत्रों ने कहा कि इन मामलों में आयकर कानून के आपराधिक प्रावधानों के तहत मुकदमा दर्ज किया जाएगा। कई मामलों में विभाग ने तलाशी अभियान चलाने और अतिरिक्त सूचना हासिल करने के लिए सर्वेक्षण कराने की भी योजना बनाई है।
(एजेंसी)
First Published: Wednesday, November 2, 2011, 11:44