विदेशों में 2G की धीमी जांच पर घिरी सीबीआई

विदेशों में 2G की धीमी जांच पर घिरी सीबीआई

विदेशों में 2G की धीमी जांच पर घिरी सीबीआईनई दिल्ली : 2जी घोटाले की जांच कर रही संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के सदस्यों ने इस मामले की विदेशों में चल रही सीबीआई जांच की ‘अत्यंत धीमी गति’ पर चिंता जाहिर की है।

सीबीआई ने 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन मामले की जांच कर रही जेपीसी को बताया कि उसने विभिन्न देशों को ‘अनुरोध पत्र’ भेजकर धन के लेनदेन की जानकारी मांगी है ताकि 2जी आवंटन के मामले में आपराधिक दोष तथा क्षमता से परे जाकर अतिरिक्त स्पेक्ट्रम आवंटन किए जाने के आरोपों की सच्चाई का पता चल सके।

बैठक के दौरान समिति के सदस्यों ने सीबीआई के निदेशक रंजीत सिन्हा से कहा कि विदेशों में इस मामले की अत्यंत धीमी गति से जांच को लेकर वह नाखुश हैं। सीबीआई ने कहा कि भारत में मामलों की जांच की जा रही है लेकिन विदेशों में जांच अभी भी लंबित है।

पिछले सप्ताह जेपीसी के समक्ष सीबीआई ने कहा कि जांच एजेंसी ने 11 अप्रैल 2012 को मलेशिया, ब्रिटेन, मॉरीशस और बरमूडा के पास अनुरोध पत्र भेजे हैं तथा इंटरपोल और संबंधित उच्चायोगों की मदद से उनके कार्यान्वयन की कोशिश जारी है। अनुरोध पत्र भेज कर रेडियो तरंगें प्राप्त करने वाली कुछ दूरसंचार कंपनियों के धन के स्रोत की जानकारी मांगी गई है। (एजेंसी)

First Published: Sunday, February 17, 2013, 16:29

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