Last Updated: Thursday, July 4, 2013, 23:31
नई दिल्ली : गैर सरकारी संगठन सुलभ इंटरनेशनल ने उत्तराखंड के देवली ब्रह्मगढ़ गांव को गोद लेने की घोषणा की है। हाल में आए अचानक बाढ़ के कारण गांव के 57 लोगों के लापता हो जाने के बाद इसे ‘विधवाओं का गांव’ कहा जाने लगा है। गुप्तकाशी से सात किलोमीटर दूर इस गांव के छह बस्तियों में गैर सरकारी संगठन ने प्रत्येक विधवा को दो हजार रुपये प्रति माह देने का निर्णय किया है ।
सुलभ के संस्थापक बिन्देश्वर पाठक ने कहा, ‘इन विधवाओं की कठिनाइयों को कम करने के लिए जो भी संभव होगा, सुलभ करेगा। हमने हमेशा समस्याओं से घिरे लोगों का सहयोग किया है और इस हिमालय सुनामी में हमारा प्रयास जारी रहेगा।’ पाठक ने कहा, ‘हाल में हमने भारत की विधवा महिलाओं की सेवा के लिए ‘सुलभ होप फाउंडेशन’ का गठन किया है जिसके तहत हमने वृंदावन और वाराणसी की सभी विधवा महिलाओं को अंगीकृत किया है।’
गैर सरकारी संगठन के संस्थापक ने कहा, ‘इस गांव की हर विधवा को हम हर महीने दो हजार रुपये देंगे। हम इन विधवा महिलाओं के लिए खुशी तो नहीं लौटा सकते लेकिन कम से कम परिवार चलाने के लिए दो हजार रुपये प्रति महीने देंगे जो अगले पांच साल तक दिया जाएगा।’ (एजेंसी)
First Published: Thursday, July 4, 2013, 23:31