Last Updated: Tuesday, November 29, 2011, 12:49
नई दिल्ली : कांग्रेस ने मंगलवार को संसद में कामकाज ठप रहने के लिए विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुए उसके रवैये को गैर जिम्मेदाराना बताया। खुदरा क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की छूट देने के सरकार के फैसले के विरोध में संप्रग के घटक तृणमूल कांग्रेस और द्रमुक सहित विपक्ष के हंगामें के कारण संसद के दोनों सदनों में आज लगातार छठे दिन भी कामकाज ठप रहा।
कांग्रेस ने साथ ही इस बात का स्पष्ट जवाब देने से इनकार कर दिया कि क्या वह एफडीआई के फैसले को वापस लेने से पूरी तरह से इनकार कर रही है। पार्टी प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने यहां इस संबंध में संवाददाताओं के सवालों के जवाब में कहा कि काल्पनिक सवालों के जवाब देने का कोई प्रश्न ही नहीं है। इस वक्त आपके पास एक फैसला है।
उन्होंने कहा कि हम चर्चा के लिए तैयार हैं लेकिन यह चर्चा किस नियम के तहत होनी चाहिए इस बारे में किसी शर्त को मानने के लिए तैयार नहीं हैं । यह तय करने का अधिकार दोनों सदनों के पीठासीन अधिकारियों का है। ऐसा कुछ नहीं है जिसपर संसद में चर्चा नहीं हो सकती है।
उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि वे संसद को आंदोलन का मैदान बना रहे हैं । इसे चर्चा करने और विधाई कामकाज निपटाने वाली इकाई के बजाय आंदोलनात्मक इकाई में परिवर्तित कर रहे हैं। कांग्रेस प्रवक्ता ने हालांकि सरकार के फैसले का तृणमूल कांग्रेस और द्रमुक द्वारा विरोध किए जाने को कोई खास तवज्जो नहीं दी और कहा कि असहमति और व्यवधान में फर्क है। कांग्रेस को असहमति से समस्या नहीं है। उन्होंने कहा कि हमारे सहयोगियों को हम पर छोड़ दीजिए। वे हमारे समर्थक हैं और हमारा सिरदर्द हैं। हम उन्हें समझाएंगे।
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, November 29, 2011, 22:29