Last Updated: Saturday, May 25, 2013, 16:19

बड्डी (हिमाचल प्रदेश) : राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने उच्च शिक्षा की गुणवत्ता में गिरावट पर चिंता जताते हुए शनिवार को कहा कि प्रत्येक विश्वविद्यालय में कम से कम एक विभाग ऐसा होना चाहिए, जिसे उत्कृष्टता केंद्र बनाया जा सके।
सोलन जिले के कालूझंडा में महाराजा अग्रसेन विश्वविद्यालय का उद्घाटन करते हुए राष्ट्रपति ने कहा, "हमारी उच्च शिक्षा प्रणाली की खोई हुई गरिमा को लौटा पाना संभव है, लेकिन इसके लिए हमें उस तरीके में बदलाव करना होगा, जिसके जरिए उच्च शिक्षण संस्थानों का प्रशासन चलाया जाता है। अकादमिक प्रबंधन के विभिन्न पहलुओं में हमें निश्चित तौर पर पर्याप्त लचीलेपन को स्वीकार करना चाहिए।"
विश्वविद्यालयों में उत्कृष्टता केंद्र की स्थापना पर जोर देते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि प्रत्येक विश्वविद्यालय को कम से कम एक ऐसे विभाग की पहचान करनी चाहिए, जिसे उत्कृष्टता केंद्र बनाया जा सके। राष्ट्रपति ने कहा, "देश के जनसांख्यिकीय विकास को देखते हुए लगता है कि वर्ष 2025 तक दो-तिहाई आबादी नौकरीशुदा हो जाएगी। यह हमारे समक्ष विकास का एक नया अवसर है।" (एजेंसी)
First Published: Saturday, May 25, 2013, 16:19