Last Updated: Monday, February 6, 2012, 03:11

ज़ी न्यूज ब्यूरो/एजेंसी नई दिल्ली: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में जिंदगी और मौत से जूझ रही दो साल की फलक की मां होने का दावा करने वाली एक 22 वर्षीया युवती का आरोप है कि उसका पति उसे वेश्यावृत्ति के लिए मजबूर कर रहा था, जिससे आजिज आकर वह घर से भाग गई।
दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि मुन्नी नाम की महिला एक सप्ताह पहले राजस्थान में मिली थी और उसे रविवार रात को यहां लाया गया। उसने पुलिस को बताया कि उसका पति उसे वेश्यावृत्ति के लिए मजबूर कर रहा था, जिस कारण वह पिछले साल राजस्थान के अपने घर से भागकर दिल्ली आ गई थी।
महिला ने खुद को फलक की मां बताया है। पुलिस का कहना है कि उसके दावे को साबित करने के लिए डीएनए जांच कराई जाएगी। पुलिस के अनुसार, पिछले साल नवम्बर में पहली बार बच्ची को लेकर एक अन्य महिला लक्ष्मी के साथ दिल्ली आई थी और इसके बाद वह गायब हो गई। बाद में बच्ची राजकुमार के साथ पाई गई, जो इस मामले का मुख्य अभियुक्त है।
आरोप है कि राजकुमार अपनी पत्नी और बेटे को छोड़कर 14 साल की एक लड़की के साथ भाग गया, जो फलक को लेकर 18 जनवरी को एम्स पहुंची।
इस मामले में अब तक पांच लोगों- मुन्नी, संदीप व उसकी पत्नी पूजा, आरती और जितेंद्र कुमार गुप्ता को गिरफ्तार किया जा चुका है। गुप्ता राजकुमार के साथ भागने वाली नाबालिग लड़की का पिता है, जिस पर अपनी ही बेटी को शारीरिक रूप से प्रताड़ित करने का आरोप है।
नाबालिग लड़की ने पहले फलक की मां होने का दावा किया था। वह फिलहाल सुधार गृह में है। उसे बच्ची इस मामले के मुख्य आरोपी राजकुमार से मिली थी, जो फिलहाल फरार है।
फलक की हालत बिगड़ी इस बीच, फलक की हालत लगातार नाजुक बनी है। उसे अब भी वेंटिलेटर पर रखा गया है। चिकित्सकों का कहना है कि रक्त के नमूनों की जांच के बाद वे स्वास्थ्य बुलेटिन जारी करेंगे।
मामले में अबतक 6 गिरफ्तार इस मामले में सोमवार को भी दो महिलाओं को गिरफ्तार किया गया है जिनके नाम लक्ष्मी और कांता है। अबतक इस मामले में कुल 6 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
(एजेंसी)
First Published: Tuesday, February 7, 2012, 11:21