Last Updated: Sunday, March 18, 2012, 06:07
नई दिल्ली: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानी आरएसएस ने दावा किया है कि देशभर में संगठन की न सिर्फ शाखायें बढ़ी हैं बल्कि युवाओं से भी उसका जुड़ाव बढ़ा है।
संघ की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, देश भर में संघ शिक्षा वर्ग लोगों को जोड़ने में गुणात्मक रूप से काफी उपयोगी सिद्ध हुए हैं । 2011 में कुल 69 शिक्षा वर्ग सम्पन्न हुए हैं जिसके तहत प्रथम वर्ष के लिए 7,322 स्थानों पर 11,507 और द्वितीय वर्ष के लिए 2,781 शिक्षार्थी जुड़े ।
अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक में पेश रिपोर्ट में कहा गया है कि अभी देश में 40,791 शाखाएं चल रही हैं। इसके साथ 8,507 स्थानों पर साप्ताहिक मिलन और 6,445 स्थानों पर संघ मंडली चल रही है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि तमिलनाडु में आयोजित समारोह में 52 हजार नागरिक और 16 हजार स्वयंसेवक शामिल हुए।
गौरतलब है कि पिछले दिनों मीडिया में खबर आई थी कि संघ का युवाओं से जुड़ाव कम हुआ है और इसकी शाखायें भी घटी हैं। नागपुर में 16 से 18 मार्च तक हो रही अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक में सरकार्यवाह भैय्याजी जोशी को फिर से तीन वर्ष के लिए इस पद पर चुन लिया गया। रिपोर्ट में भ्रष्टाचार, कश्मीर, अल्पसंख्यक आरक्षण और चीन के विषय का विशेष उल्लेख किया गया है।
संघ ने साम्प्रदायिक एवं लक्षित हिंसा विरोधी अधिनियम 2011 का पुरजोर विरोध किया है। रिपोर्ट में कारगर लोकपाल एवं विदेशों में जमा कालाधन को वापस लाने के लिए चले आंदोलनों में संघ की सक्रिय भूमिका का उल्लेख किया गया है। संघ की रिपोर्ट में कहा गया है कि राष्ट्रीय सलाहकार परिषद समानांतर सत्ता जैसी भूमिका निभा रहा है जो न तो समाज का सही प्रतिनिधित्व करता है और न ही प्रस्तावित अधिनियम का प्रारूप देशहित में ही है।
(एजेंसी)
First Published: Sunday, March 18, 2012, 12:39