Last Updated: Thursday, June 6, 2013, 21:41
नई दिल्ली : नक्सलियों की लगातार जारी हिंसा से सतर्क हुई केन्द्र और राज्य सरकारों ने तय किया है कि भाकपा-माओवादी के शीर्ष नेताओं को निशाना बनाया जाएगा। यह अभियान खुफिया सूचनाओं के आधार पर चलाया जाएगा।
नक्सल प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के एक विशेष सत्र में यह तय किया गया। सरकारी सूत्रों ने बताया कि बैठक में महसूस किया गया कि खुफिया सूचनाओं के आधार पर विशेष बलों के अभियानों के जरिए भाकपा माओवादी के शीर्ष नेतृत्व को निशाना बनाने की जरूरत है। ऐसा सुझाव आया कि भाकपा-माओवादी की सैन्य कंपनियों और सैन्य प्लाटून को भी निशाना बनाने की भी जरूरत है।
इस समय माओवादियों के पांच शीर्ष नेता फरार हैं। ये मुपल्ला लक्ष्मण राव उर्फ गणपति, नंबला केशव राव उर्फ बासवराज, थिप्पिरी तिरूपति उर्फ देवजी, बालमुरी नारायण राव उर्फ प्रभाकर एवं सोमजी उर्फ सहदेव हैं। गणपति के सिर पर 15 लाख रुपये का इनाम है जबकि बासवराज, देवजी और प्रभाकर पर 10-10 लाख रुपए और सहदेव पर पांच लाख रुपए का इनाम है।
गृह मंत्री सुशील कुमार शिन्दे ने नक्सल हिंसा प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्रियों की बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिशा, बिहार के मुख्यमंत्री, झारखंड के राज्यपाल और मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश तथा पश्चिम बंगाल के प्रतिनिधियों ने शिरकत की। बैठक में निष्कर्ष यह निकला कि जो भी राज्य भाकपा-माओवादी की सैन्य क्षमताओं को समाप्त नहीं करेगा, वह विकास के प्रयासों और जनता को राजनीतिक रूप से जोड़ने में सफल नहीं हो सकेगा। (एजेंसी)
First Published: Thursday, June 6, 2013, 21:41