Last Updated: Tuesday, November 6, 2012, 16:28

रोम : केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा है कि 1993 के मुंबई के सिलसिलेवार बम विस्फोटों के षड्यंत्रकारी पाकिस्तान में पनाह लिए हुए हैं और ठोस सबूत मुहैया कराने के बावजूद इस्लामाबाद ने इन भगोड़ों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। वहीं, आतंकी शेयर बाजारों में पैसा लगा रहे हैं। इनके निवेश की खबरें सामने आई हैं। फर्जी क्रंपनियों के जरिये आतंकियों का पैसा शेयर बाजार में निवेश हो रहा है। आतंकियों के लिए जाली व्यवसाय और मनी लांड्रिंग भी बड़ा हथियार साबित हो रहा है।
उन्होंने कहा कि मुंबई विस्फोटों का मुख्य षडयंत्रकारी दाऊद इब्राहीम है और वह अब भी फरार चल रहा है। उसके भी पाकिस्तान में छिपे होने की बात सामने आती रही है। मुंबई हमले के आरोपी पड़ोसी देश में महफूज हैं।
इंटरपोल महासभा की बैठक में शिंदे ने कहा कि भारत कई मोर्चों पर आतंकवाद, खासकर सीमापार आतंकवाद की बड़ी चुनौतियों का लगातार सामना कर रहा है। उन्होंने कहा कि दक्षिण एशिया में आतंकवाद एक प्रभावी रणनीतिक हथियार के तौर पर सामने आया है। गृह मंत्री ने 1993 के विस्फोटों का हवाला देते हुए कहा कि पड़ोसी देश को ठोस सबूत मुहैया कराने और उसके साथ नियमित संवाद करने के बावजूद इस जघन्य अपराध के सभी षणयंत्रकारी सुरक्षित शरणस्थली में मौजूद हैं और उन्हें अभी न्याय के जद में लाया जाना है।
साल 1993 में मुंबई के कई प्रमुख स्थानों पर हुए विस्फोटों में 257 लोग मारे गए थे और 713 लोग घायल हो गए थे।
शिंदे ने पाकिस्तान में छिपे इन षड्यंत्रकारियों का हवाला देते हुए कहा, ‘‘पड़ोसी देश में इन लोगों की मौजूदगी सर्वविदित है और इनके खिलाफ इंटरपोल के नोटिस 1993 से ही लंबित हैं। उन्होंने कहा कि आतंकवादियों ने यह दिखाया है कि साधारण तरकीब और सामान्य हथियारों के जरिए भी वे 2008 के मुंबई हमले जैसी बड़ी तबाही मचा सकते हैं।
गृह मंत्री ने कहा कि आतंकवादी हमलों में जान और माल का बड़ा नुकसान हुआ है। आतंकवादियों ने खौफ पैदा करके हमारी जिंदगी पटरी से उतारने की कोशिश की। सौभाग्यवश, भारतीय समाज ने बार बार संयम का परिचय दिया और आतंकवादी हमलों के सामने झुकने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि 1993 और 2008 के मुंबई हमलों अथवा अमेरिका में 2001 का हमले इस बात को रेखांकित करते हैं कि खुफिया और जांच एजेंसियों के बीच सहयोग बढ़ाने की जरूरत है। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, November 6, 2012, 15:46