Last Updated: Sunday, August 12, 2012, 20:32
चेन्नई : तमिल ईलम के समर्थक लोगों में जान डालने के प्रयास के तहत द्रमुक प्रमुख एम करूणानिधि ने आज आरोप लगाया कि श्रीलंका की सेना तमिल क्षेत्रों में ‘आपातकालीन स्थिति’ बनाये हुये हैं । उन्होंने यह भी कहा कि तमिल मुद्दे का दीर्घकालीन समाधान राजनीतिक होगा ।
करूणानिधि ने अपने द्वारा बुलाये गये ईलम समर्थक अंतरराष्ट्रीय टेसो सम्मेलन से पहले यहां एक बैठक में कहा कि श्रीलंका के तमिल लोगों की पीड़ा मानवाधिकार और प्रतिष्ठा से जुड़ी है जिसके लिये अल्पकालिक, मध्यावधि और लंबी अवधि के समाधानोंे की जरूरत है ।
द्रमुक नेता का बयान ऐसे समय पर आया है जब मद्रास उच्च न्यायालय ने वाईएमसीए मैदान पर टेसो सम्मेलन की अनुमति दे दी जिससे करूणानिधि को अंतिम समय में बहुत राहत मिली । करूणानिधि 1980 के दशक में श्रीलंका में अल्पसंख्यक तमिलों पर हमले को देखते हुये बनाये गये इस संगठन को फिर से जिंदा करने का प्रयास कर रहे हैं । ईलम श्रीलंका से अलग एक अलग देश पर जोर देता है जो इस मुद्दे पर भारत के रूख से मेल नहीं खाता । (एजेंसी)
First Published: Sunday, August 12, 2012, 20:32