Last Updated: Thursday, March 7, 2013, 09:27

नई दिल्ली : तमिलनाडु के राजनीतिक दलों के दबाव के चलते सरकार ने श्रीलंकाई तमिलों के मुद्दे पर लोकसभा में गुरुवार को चर्चा कराने पर सहमति जता दी। संसदीय कार्य मंत्री कमलनाथ ने सदन में कहा कि इस मुद्दे पर गुरुवार को चर्चा की योजना है। आज इस पर चर्चा होगी।
अन्नाद्रमुक के सदस्य एम थांबिदुरई ने शून्यकाल के दौरान इस मुद्दे को उठाया था जिसके बाद सरकार की ओर से यह आश्वासन दिया गया। श्रीलंकाई बलों की ओर से वहां तमिल मूल के लोगों के मानवाधिकारों का उल्लंघन किए जाने के नए सिरे से लग रहे आरोपों के बाद तमिलनाडु के राजनीतिक दल अपनी नाराजगी प्रकट कर रहे थे। लिट्टे के मारे जा चुके नेता वी प्रभाकरण के 12 साल के बेटे को नृशंस तरीके से गोली मारे जाने के आरोपों के मद्देनजर स्थिति गंभीर है।
सत्तारूढ़ संप्रग गठबंधन में शामिल द्रमुक के सांसदों ने सरकार पर दबाव बनाते हुए कल काले कपड़े पहन कर सदन की कार्यवाही में भाग लिया था। उन्होंने इस मुद्दे पर संसद परिसर में धरना भी दिया। तमिलनाडु से कांग्रेस के सदस्यों ने भी पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी से कहा है कि संयुक्त राष्ट्र के आगामी अधिवेशन में भारत को श्रीलंका के खिलाफ तमिलों के मुद्दे पर कड़ा रुख अख्तियार करना चाहिए। प्रदेश में पार्टी के भविष्य को देखते हुए यह मुद्दा अहम है। (एजेंसी)
First Published: Thursday, March 7, 2013, 09:11