Last Updated: Sunday, June 17, 2012, 23:47
नई दिल्ली : लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष पीए संगमा ने राष्ट्रपति पद की दौड़ से हटने और संप्रग उम्मीदवार प्रणब मुखर्जी का समर्थन करने के पार्टी के निर्देश को नजरअंदाज किया तो उन्हें राकांपा की ओर से अनुशासनात्मक कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है।
ऐसा संकेत रविवार को राकांपा प्रमुख शरद पवार की ओर से दिए गए। पवार ने अपने बयान में कहा, हम संप्रग का हिस्सा हैं। हम प्रणब मुखर्जी की उम्मीदवारी से खुश हैं और पार्टी के सभी सदस्यों का आचरण पार्टी के रुख के अनुरूप होना चाहिए।
पवार ने कहा कि राकांपा नेता डी.पी. त्रिपाठी ने संगमा को पार्टी के इस विचार से अवगत करा दिया है कि उन्हें अपनी उम्मीदवारी के लिए दबाव नहीं बनाना चाहिए।
उन्होंने कहा, हमने राष्ट्रपति चुनाव के मुद्दे पर 21 जून को पार्टी की बैठक बुलाई है। उन्होंने कहा कि वह प्रफुल पटेल और संगमा की बेटी अगाथा के साथ केंद्र में पार्टी का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।
पवार ने कहा, इसलिए राष्ट्रपति चुनाव के मुद्दे पर हमारा रुख संप्रग के अनुरूप होना चाहिए। (एजेंसी)
First Published: Sunday, June 17, 2012, 23:47