संतोष के साथ विदा हो रही हूं: प्रतिभा

संतोष के साथ विदा हो रही हूं: प्रतिभा

नई दिल्ली: कार्यकाल समाप्त होने से 13 दिन पहले प्रतिभा पाटिल ने अपने पांच वर्ष के कार्यकाल का मूल्यांकन करते हुए कहा कि राष्ट्रपति के रूप में उन्हें अपने कार्यकाल पर संतोष है । राष्ट्रपति ने उनकी विदेश यात्राओं पर हुए खर्चो की आलोचना को सही सूचना नहीं होना बताकर खारिज कर दिया।

प्रतिभा ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘मैं संतोष की भावना के साथ विदा हो रही हूं। पिछले पांच वर्ष के कार्यकाल के दौरान मैंने कई पहल की जिसमें महिलाओं और किसानों से जुड़े कार्य शामिल हैं।’ विदेश यात्राओं पर खर्च की आलोचनाओं को सही सूचना नहीं होना बताते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि काफी संख्या में यात्राएं उनकी पहल पर नहीं हुई थी बल्कि भारत के संबंधों को बढ़ावा देने के लिए सरकार के आग्रह पर थी।

उन्होंने कहा कि तेजी से बदलती दुनिया में ऐसी यात्राएं जरूरी है क्योंकि विभिन्न देशों के बीच संबंधों का स्वरूप अब केवल राजनीतिक नहीं रह गया है लेकिन अब आर्थिक, शैक्षणिक और सांस्कृतिक पहलू भी जुड़ गए हैं।

कुछ समय पहले भारत के भारी बहुमत से संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के अस्थायी सदस्य चुने जाने की घटना को याद करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि ऐसी स्थिति के लिए नये मित्र बनाना और पुराने मित्रों से संबंधों को बेहतर बनाना अत्यंत जरूरी है। (एजेंसी)

First Published: Thursday, July 12, 2012, 18:15

comments powered by Disqus