Last Updated: Tuesday, June 12, 2012, 15:39

वाशिंगटन: मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल ने कहा है कि भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों की ओर से इंजीनियरिंग के पाठ्यक्रमों की साझा प्रवेश परीक्षा को लेकर उठाई गई आपत्तियों का निपटारा करने के लिए तैयार हैं।
‘भारत अमेरिका शिक्षा संवाद’ में हिस्सा लेने के लिए वाशिंगटन पहुंचे सिब्बल ने कहा कि उनका इन संस्थानों की स्वायत्तता का उल्लंघन करने का कोई इरादा नहीं है और उन्होंने हमेशा आईआईटी एवं दूसरे शिक्षण संस्थानों की स्वायत्तता के लिए काम किया है।
उन्होंने कहा, ‘स्पष्ट करना चाहूंगा कि यह मंत्री का फैसला नहीं है। यह आईआईटी परिषद का सर्वसम्मति से लिया गया फैसला है। इसमें आईआईआईटी एवं एनआईटी के प्रतिनिधि भी शामिल हुए थे। इस कदम के बारे में सभी ने सर्वसम्मति से फैसला किया।’
सिब्बल ने कहा, ‘आईआईटी परिषद को इस तरह फैसले करने का अधिकार है। मैं नहीं जानता कि इस फैसले पर क्या आपत्तियां जताई गई हैं? मैं वापस जाकर इनके बारे में पता करूंगा और निश्चित तौर पर निपटारा करूंगा।’ सरकार की ‘एक राष्ट्र, एक परीक्षा’ वाले इस कदम का सबसे पहले आईआईटी-कानपुर ने विरोध किया। आईआईटी के पूर्व छात्रों के कुछ संगठन भी इसका विरोध कर रहे हैं। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, June 12, 2012, 15:39