Last Updated: Wednesday, September 18, 2013, 20:22
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह न्यूयॉर्क में चल रहे संयुक्त राष्ट्र महासभा के 68वें सत्र को 28 सितंबर को संबोधित करेंगे। इस सत्र में मुख्य मुद्दे आतंकवाद से निपटना, नि:शस्त्रीकरण, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में सुधार और विकास होंगे।
‘2015 के बाद विकास का एजेंडा : तैयारियां’ की थीम पर 17 सितंबर से दो अक्तूबर तक आयोजित इस सत्र में करीब 193 सदस्य देश भाग लेंगे। विदेश मंत्रालय में (अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं के) अतिरिक्त सचिव नवतेज सिंह सरन ने यहां बताया कि प्रधानमंत्री 24 सितंबर से एक अक्तूबर के बीच आयोजित उच्चस्तरीय बैठक के दौरान 28 सितम्बर को सत्र को संबोधित करेंगे।
उन्होंने यह भी कहा कि विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र की मंत्री स्तरीय बैठक में हिस्सा लेने के अलावा चीन, मिस्र, लीबिया, जर्मनी और संयुक्त अरब अमीरात के मंत्रियों के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। खुर्शीद जी-77, गुट निरपेक्ष आंदोलन मंत्रिस्तरीय, ब्रिक्स, ईब्सा (भारत, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका) और जी-4 के विदेश मंत्रियों की बैठकों में भाग लेंगे। इस वर्ष की बहस की विषय वस्तु पर सरन ने कहा कि भारत विशेषकों के बगैर गरीबी उन्मूलन पर जोर देगा।
उन्होंने कहा, ‘विकास का एजेंडा, शासन का एजेंडा नहीं बनना चाहिए।’ उन्होंने कहा कि विकास के एजेंडे में सिर्फ विकासशील देश नहीं आने चाहिए। इसमें विकसित देशों के उपभोक्ता सूचकांक को भी शामिल किया जाना चाहिए क्योंकि वह विकासशील देशों की समृद्धि पर प्रभाव डालता है।
उन्होंने कहा कि विकासशील और गरीब देशों के हितों की रक्षा के लक्ष्य वाले, संवहनीय विकास पर ‘रियो प्लस 20’ के एजेंडा को ‘काटा-छांटा’ नहीं जाना चाहिए और साथ ही सामान्य लेकिन विभेदित जिम्मेदारी (सीबीडीआर) का मुद्दा भी बना रहना चाहिए। सरन ने कहा कि भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् के सुधारों के संबंध में ‘संक्षिप्त कार्यकारी दस्तावेज’ के लिए जोर देगा। (एजेंसी)
First Published: Wednesday, September 18, 2013, 20:22