Last Updated: Thursday, August 30, 2012, 21:21

बाडमेर: संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने संसद में चल रहे गतिरोध पर दुख जताते हुए संसद एंव लोकतंत्र की गरिमा के लिए संसद की कार्यवाही चलने देने का अनुरोध किया ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके।
संप्रग अध्यक्ष आज यहां बाडमेर लिफट पेयजल परियोजना का लोकार्पण करने के बाद समारोह को सम्बोधित कर रही थी। उन्होंने कहा कि समस्या के समाधान के लिए हमें आज अपने अपने राजनीतिक दलों के दायरे से बाहर जाकर सहयोग करना चाहिए।
उन्होंने परोक्ष तौर पर भाजपा की ओर संकेत करते हुए कहा कि दुख की बात है कि कुछ लोग हर मामले को लेकर राजनीति कर रहे है और संसद की कार्यवाही को रोकने में लगे हुए है ,क्या इससे देश का भला होगा।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि समस्याओं का समाधान संसद में चर्चा के माध्यम से ही निकाला जा सकता है। कुछ लोग चाहते हैं कि या तो उनकी मर्जी से हो या कुछ भी नहीं हो, यह लोकतंत्र में नहीं चल सकता। उन्होने कहा कि यह लोग चर्चा से क्यों बचना चाह रहे है। संसद एंव लोकतंत्र की गरिमा बनाये रखने के लिए मुददे पर चर्चा हो।
उन्होने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि संसद में चर्चा होगी तो इससे कुछ न कुछ समाधान जरूर होगा। इस बात को आप, हम सभी को समझना चाहिए। मैं उन सभी लोगों से अनुरोध करना चाहती हूं कि संसद की कार्यवाही चलने दे मुझे विश्वास है कि चर्चा में दूध का दूध और पानी का पानी हो जायेगा। (एजेंसी)
First Published: Thursday, August 30, 2012, 17:39