Last Updated: Tuesday, May 7, 2013, 15:33
नई दिल्ली: कोयला ब्लॉक आवंटन में अनियमितता को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मंगलवार को भी प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के इस्तीफे की मांग की और संसद के दोनों सदनों की कार्यवाही बाधित की। इसके परिणामस्वरूप दोनों सदनों की कार्यवाही अंतत: बुधवार तक के लिए स्थगित कर दी गई।
भाजपा ने रेल मंत्री पवन कुमार बंसल और केंद्रीय कानून मंत्री अश्विनी कुमार के इस्तीफे की भी मांग की।
लोकसभा की कार्यवाही दिनभर के लिए उस समय स्थगित कर दी गई, जब कांग्रेस सदस्य भक्त चरण दास ने, खाद्य सुरक्षा विधेयक पर सोमवार को शुरू हुई बहस में हिस्सा लेते हुए अपना वक्तव्य फिर से शुरू किया।
चूंकि लोकसभा अध्यक्ष के आसन के पास विपक्षी सदस्यों का हंगामा लगातार जारी रहा, लिहाजा पीठासीन अधिकारी ने सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी। इसके पहले संसद में जारी गतिरोध पर चर्चा के लिए कांग्रेस कोर समूह की बैठक हुई।
पूर्व में लोकसभा की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित की गई। सदन की बैठक जब दोबारा शुरू हुई तो भाजपा सदस्य अध्यक्ष के आसन के पास पहुंच गए और प्रधानमंत्री के इस्तीफे की मांग करने लगे। सदस्यों ने कानून मंत्री अश्विनी कुमार और रेल मंत्री बंसल के इस्तीफे की भी मांग की।
लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने भाजपा सदस्यों को शांत कराने की कोशिश की, लेकिन उनका आग्रह बेअसर रहा और सदस्यों की नारेबाजी लगातार जारी रही। हंगामा जारी रहा, और कांग्रेस सांसद फ्रांसिस्को सरदिन्हा ने पीठासीन अधिकारी की हैसियत से सदन की कार्यवाही अपराह्न् एक बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
दोनों सदनों की बैठक सुबह 11 बजे शुरू हुई और प्रश्नकाल शुरू होने के चंद मिनट बाद ही दोनों सदनों की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
राज्यसभा में भी हंगामे की स्थिति देखने को मिली। भाजपा सदस्यों ने प्रधानमंत्री के खिलाफ नारेबाजी की। हंगामे के बीच पहले सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक स्थगित की गई, और उसके बाद उपसभापति पी.जे. कुरियन ने सदन की कार्यवाही अपराह्न् दो बजे तक के लिए स्थगित कर दी। हंगामे की स्थिति बनी रहने के बाद सदन की कार्यवाही अंतत: दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई।
कोयला ब्लॉक और 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन में अनियमितता को लेकर विपक्षी दलों ने दोनों सदनों की कार्यवाही बार-बार बाधित की।
भाजपा ने कहा है कि कोयला ब्लॉक और 2जी स्पेक्ट्रम आवंटन में हुई अनियमितता में प्रधानमंत्री कार्यालय की कथित संलिप्तता को लेकर जबतक प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह इस्तीफा नहीं दे देते, तबतक संसद की कार्यवाही नहीं चलने दी जाएगी। भाजपा बंसल और अश्विनी के इस्तीफे की भी मांग कर रही है।
जहां एक तरफ केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने रेलवे बोर्ड में एक सदस्य की नियुक्ति के लिए कथितरूप से रिश्वत लेने के लिए बंसल के भतीजे को गिरफ्तार कर लिया है, वहीं अश्विनी कुमार कोयला ब्लॉक आवंटन से सम्बंधित सीबीआई की जांच रपट को देखने को लेकर सर्वोच्च न्यायालय के कोप का भाजन बने हुए हैं। (एजेंसी)
First Published: Tuesday, May 7, 2013, 15:33