Last Updated: Thursday, August 11, 2011, 08:49

विभिन्न मुद्दों पर लगातार कई दिनों तक संसद की कार्यवाही बाधित होने के बाद गुरुवार को दोनों सदनों में शांतिपूर्ण माहौल रहा और कार्यवाही सुचारू रूप से चली.
दोनों सदनों में प्रश्नकाल भी चला और कई मंत्रालयों से सम्बंधित महत्वपूर्ण दस्तावेज भी सदन के पदल पर रखे गए.
मानसून सत्र गत एक अगस्त को बहुत ही हंगामेदार अंदाज में आरम्भ हुआ था.
पहले 10 दिनों तक सदन में हुई कार्यवाही पर नजर दौड़ाई जाए तो इसका सबसे दुखद पहलू यह रहा कि दोनों सदनों में प्रश्नकाल भी बुरी तरह बाधित हुआ. बुधवार तक लोकसभा में 160 प्रश्न पूछे जाने थे और सरकार की तरफ से उसके जवाब आने थे लेकिन मात्र 14 ही सवालों के जवाब आ सके जबकि राज्यसभा में 160 सवालों की जगह 18 सवालों के जवाब सामने आ सके.
मानसूत्र सत्र के पहले सरकार ने 32 विधेयकों को पेश करने की बात कही थी लेकिन अब तक केवल पांच ही विधेयक पेश हो सके हैं. कुल 35 विधेयक पारित कराने की बात सरकार की ओर कही गई थी लेकिन अब तक एक भी विधेयक पारित नहीं हो सका है.
बहरहाल, गुरुवार को सुचारू रूप से चली दोनों सदनों की कार्यवाही से सरकार ने राहत की सांस ली है और उसे उम्मीद है कि गतिरोध फिर से उत्पन्न नहीं होगा.
First Published: Thursday, August 11, 2011, 14:33