संस्थागत सुधार के लिए CBI निदेशक पर दिया सुझाव: जेटली

संस्थागत सुधार के लिए CBI निदेशक पर दिया सुझाव: जेटली

संस्थागत सुधार के लिए CBI निदेशक पर दिया सुझाव: जेटलीअहमदाबाद : राज्यसभा में विपक्ष के नेता अरूण जेटली ने आज कहा कि सीबीआई निदेशक की नियुक्ति को लेकर प्रधानमंत्री को दिया उनका सुझाव पूरी तरह ‘संस्थागत सुधार’ के लिए था और ना कि व्यक्ति केंद्रित।

जेटली ने आज यहां कहा, हम केवल और केवल (सीबीआई को लेकर) संस्थागत सुधारों को लेकर चिंतित हैं, हमारा सुझाव व्यक्ति केंद्रित नहीं था और अगर कोई जानबूझ कर इस तथ्य को गलत समझने की कोशिश करता है तो वह अनुचित है। लोकसभा में भाजपा नेता सुषमा स्वराज के साथ जेटली ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को पत्र लिखकर कहा था कि सीबीआई के नये निदेशक रंजीत सिन्हा की नियुक्ति नहीं होनी चाहिए जब राज्य सभा की प्रवर समिति ने कॉलेजियम के माध्यम से ऐसी नियुक्तियों की सिफारिश की थी।

हालांकि प्रधानमंत्री ने अपने जवाब में कहा था कि यह कहना गैर जरूरी और बिना किसी दम के है कि प्रवर समिति की सिफारिशों की प्रक्रिया से बचने के लिए नियुक्ति की गई।

अरूण जेटली ने कहा, पिछले कुछ साल में सीबीआई के कामकाज को लेकर अनुभव बेहद निराशाजनक रहा है। यह तथ्य अपने आप में बेहद अहम संस्थागत सुधार है कि प्रवर समिति में इस बात को लेकर आम राय थी कि प्रधानमंत्री, लोकसभा में विपक्ष के नेता और भारत के मुख्य न्यायाधीश के कॉलेजियम को सीबीआई निदेशक की नियुक्ति करनी चाहिए। उन्होंने कहा, इसलिए सुषमाजी और मैंने प्रधानमंत्री को सुझाव दिया कि सिफारिश सर्वसम्म्ति से दी गई थी इसलिए सरकार को कुछ दिन इंतजार करना चाहिए था। अगर यह पद चार या पांच दिनों तक रिक्त रहता तो आसमान नहीं गिर जाता।

जेटली ने कहा, स्वाभाविक है कि सरकार इस मुद्दे को लेकर गंभीर नहीं है। वह इस सिफारिश को नाकाम करना चाहती थी और इसलिए प्रवर समिति की सिफारिश सदन के पटल में रखे जाने के कुछ घंटों पहले ही सरकार ने इकतरफा फैसला करते हुए सीबीआई निदेशक की नियुक्ति की। भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों पर जेटली ने कहा, हमारे पार्टी अध्यक्ष पहले ही कह चुके हैं कि आरोपों की जांच होनी चाहिए, जांच जारी है और इस अवस्था में कोई अन्य बयान देना उचित नहीं होगा ।

भाजपा नेता ने कहा, हालांकि कांग्रेस में भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना करने वाले जांच का सामना करने के लिए भी तैयार नहीं होते। गडकरी के इस्तीफे और सीबीआई के निदेशक की नियुक्ति के सवाल पर भाजपा नेताओं शत्रुघ्न सिन्हा और राम जेठमलानी की अपनी शिकायतों के सार्वजनिक करने के मुद्दे पर जेटली ने कहा कि पार्टी पहले ही सूचित कर चुकी है कि बेहतर होगा कि ऐसे मुद्दों को पार्टी के मंच पर उठाया जाए ।

2जी घोटाले पर पूर्व सीएजी अधिकारी आर पी सिंह के हालिया बयान पर जेटली ने आरोप लगाया, इस सरकार ने कैग कार्यालय और अन्य संवैधानिक संस्थाओं के खिलाफ युद्ध छेड़ दिया है और मौजूदा हमला सत्तरूढ पार्टियों द्वारा तैयार किया गया लगता है। (एजेंसी)

First Published: Sunday, November 25, 2012, 18:23

comments powered by Disqus