Last Updated: Wednesday, April 3, 2013, 14:58

नई दिल्ली : कांग्रेस के महासचिव दिग्विजय सिंह आज अपनी उस टिप्पणी पर बरकरार रहे कि सत्ता के दो केंद्र के प्रयोग ने ठीक से काम नहीं किया । हालांकि पार्टी ने कल ही उनके इस रूख को खारिज करते हुए कहा कि यह न सिर्फ वर्तमान में बल्कि भविष्य के लिये भी एक ‘‘आदर्श मॉडल’’ है ।
बहरहाल, सिंह ने साथ ही कहा कि पार्टी प्रवक्ता और पार्टी के विचार उनके लिए सर्वोच्च हैं, इसलिए वह इसका पालन करेंगे । कांग्रेस महासचिव एवं पार्टी के मीडिया विभाग के प्रभारी जनार्दन द्विवेदी द्वारा सत्ता के दो केन्द्रों संबंधी सिंह की टिप्पणी को खारिज किये जाने के दूसरे दिन दिग्विजय सिंह ने यहां संवाददाताओं से कहा कि मैंने जो कुछ भी कहा है वह आन रिकार्ड है और इसलिए मैं उस पर कायम हूं । लेकिन पार्टी प्रवक्ता और पार्टी के विचार मेरे लिए सर्वोच्च हैं, इसलिए मैं इसका पालन करूंगा ।
जर्नादन द्विवेदी ने कल संवाददाताओं से कहा था कि इस समय पार्टी अध्यक्ष के रूप में सोनिया गांधी और प्रधानमंत्री के रूप में मनमोहन सिंह के बीच जो संबंध है वह विशिष्ट है और आम तौर पर ऐसा देखने को नहीं मिलता है । मैं समझता हूं कि किसी भी लोकतंत्र के लिए यह एक आदर्श मॉडल है और भविष्य के लिए भी ।
गौरतलब है कि दिग्विजय सिंह ने हाल ही में संप्रग में सत्ता के दो केंद्र के प्रयोग को नाकाम करार दिया था। उन्होंने सुझाव दिया था कि अगर अगले आम चुनाव में पार्टी को बहुमत मिलता है, तो राहुल गांधी द्वारा किसी को प्रधानमंत्री नामित नहीं किया जाना चाहिए ।
दिग्विजय ने कहा था कि व्यक्तिगत तौर पर मुझे लगता है कि यह मॉडल ठीक से काम नहीं कर पाया, क्योंकि व्यक्तिगत रूप से मैं मानता हूं कि सत्ता के दो केंद्र नहीं होने चाहिए और मुझे लगता है कि जो कोई भी प्रधानमंत्री हो उसके पास ही कामकाज का अधिकार होना चाहिए।
राहुल गांधी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के मुद्दे पर द्विवेदी का कहना था कि राहुल गांधी को कांग्रेस पार्टी का उपाध्यक्ष बनाया गया है । चूंकि उन्हें संगठन की जिम्मेदारी दी गयी है इसलिये पार्टी एवं संगठन को मजबूत बनाना उनकी प्राथमिकता है । इसके बाद जो कुछ होगा उस पर पार्टी फैसला करेगी । आज मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री हैं और यह व्यवस्था अच्छे ढंग से काम कर रही है ।
दिग्विजय की टिप्पणियों के विपरीत द्विवेद्वी ने प्रधानमंत्री और कांग्रेस अध्यक्ष के बीच संबंधों की सराहना की । उन्होंने कहा, ‘‘यहां (संप्रग में) पार्टी और सरकार लगातार सम्मान एवं आपसी तालमेल के साथ काम कर रही हैं। लोकतंत्र के लिये इससे अच्छी स्थिति और क्या हो सकती है?’’ (एजेंसी)
First Published: Wednesday, April 3, 2013, 14:58